मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में जिन भी भर्ती प्रक्रियाओं में अनियमिताएं पाई गई हैं, सरकार उन सभी पर पूरी ईमानदारी के साथ कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार इनकी सीबीआइ जांच के लिए भी तैयार है, लेकिन तब, जब राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा जारी भर्ती कैलेंडर के अनुसार परीक्षाएं संपन्न हो जाएं।
सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि कुत्सित मानसिकता के कुछ लोग अभी भी अनर्गल आरोप लगाकर सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोग सरकार पर आरोप लगा रहे हैं, जिन्हें नौकरी और रोजगार में फर्क नहीं पता।
उन्होंने कहा कि यदि किसी भी भर्ती परीक्षा की जांच सीबीआइ को चली जाती है तो वहां पांच से लेकर सात वर्ष तक भर्ती परीक्षा नहीं हो पाती। प्रदेश सरकार नहीं चाहती है कि भर्ती परीक्षाओं की तैयारी में जुटे युवाओं को कोई नुकसान उठाना पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन भर्तियों में अनियमितताएं पाई गई हैं, उन पर पूरी ईमानदारी के साथ कार्रवाई की जा रही है।
इसी का नतीजा है कि नकल माफिया और उसे समर्थन देने वाले या आगे बढ़ाने वाले लोग अब सलाखों के पीछे जा रहे हैं। सरकार ने भर्ती परीक्षाओं के लिये प्रदेश में कठोर नकलरोधी कानून लागू किया है। उन्होंने कहा कि देश में बहुत सारे घोटालों की बात होती है तो विपक्षी कहते हैं सीबीआइ केंद्र के हाथ में खेलने वाला खिलौना है।
प्रदेश में जब आयोग कैलेंडर निकाल रहा था, तब वही लोग सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं। अब यही लोग पीसीएस की परीक्षा और आने वाली परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं। वे पढ़ाई व परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को अपने साथ व्यवस्था के विरोध में सड़कों पर लाना चाहते हैं।