उत्तराखंड के जोशीमठ में हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। भूधंसाव के कारण घरों और होटलों में आई दरारों के बीच अब इन्हें जमीदोंज किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज होटल मलारी इन और माउंट व्यू को ढहाया जाना है। इधर होटल मालिक और स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। ताजातरीन अपडेट के लिए पेज को रिफ्रेश करते रहें।
ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी:
उत्तरकाशी में गंगोत्री-यमुनोत्री धाम सहित ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी शुरू हो गई है। जिला मुख्यालय और आसपास के क्षेत्र में हल्के बादल छाए हुए हैं।
CM धामी ने राहत कोष में दिया एक माह का वेतन:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में आई आपदा को देखते हुए अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने को निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ को बचाने और आपदा प्रभावितों के समुचित पुनर्वास के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा भी इस आपदा से निपटने के लिए पूरा सहयोग दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह हम सबका दायित्व है कि आपदा की इस घड़ी में प्रभावितों के दुख दर्द को बांटने के लिए पूरी शिद्दत के साथ आगे आएं। दूसरी ओर सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी ने बताया िक सचिवालय के सभी संवर्ग के अिधकारियों व कर्मचारियों का एक िदन का वेतन आपदा राहत कोष में िदया जाएगा।
जोशीमठ में मौसम ने ली करवट:
जोशीमठ में बुडोजर एक्शन से पहले मौसम ने करवट ली है, पहाड़ियों पर जहां बर्फबारी हो रही है वहीं 14 जनवरी तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
होटल मलारी के मालिक और उनका परिवार धरने पर बैठे:
खतरे की जद में आए होटल मलारी को गिराने की प्रक्रिया शुरू होते ही होटल मालिक और उनका परिवार होटल के सामने धरने पर बैठ गया, उनकी मांग है उन्हें मुआवजा दिया जाए।