प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जवानों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानदेय बढ़ोतरी की सौगात दी है। जवानों का वर्दी भत्ता भी 1500 से बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया है। साथ ही अब जवानों को दो वर्ष में दो जोड़ी वर्दी और होमगार्ड की भांति 200 रुपये प्रतिमाह धुलाई भत्ता दिया जाएगा।
सोमवार को तपोवन रोड स्थित पीआरडी मुख्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीआरडी के स्थापना दिवस पर जवानों के लिए कई घोषणाएं की। साथ ही बतौर मुख्य अतिथि रैतिक परेड की सलामी ली और पीआरडी के घोषवाक्य “अहमस्मि योधः” का लोकार्पण किया व जवानों के आश्रितों को सहायता राशि प्रदान की।
पीआरडी जवानों को सीएम धामी की सौगात
इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पीआरडी जवानों को अब हर दो वर्ष में एक गरम और एक सामान्य वर्दी दी जाएगी। साथ ही विकासखंड स्तर पर तैनात ब्लाक कमांडर और न्याय पंचायत स्तर पर तैनात हलका सरदार का मासिक मानदेय क्रमशः 600 व 300 रुपये से बढ़ाकर 1000 व 500 रुपये किया जाएगा। इसके अलावा आपदा बचाव कार्य में तैनात पीआरडी जवानों को 50 रुपये प्रतिदिन की दर से अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा, अभी इनका मानदेय 570 रुपये प्रतिदिन है।
9400 पीआरडी जवान हैं तैनात
प्रदेश में वर्तमान में पीआरडी जवानों की संख्या 9400 है। समारोह में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि चारधाम और कावंड़ यात्रा के साथ ही आपदा में पीआरडी जवान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सरकार उन्हें तमाम सुविधाएं देने का प्रयास कर रही है। इस अवसर पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण अमित सिन्हा, युवा कल्याण विभाग के निदेशक जितेंद्र सोनकर उपस्थित रहे।
होमगार्ड के समान मानदेय के लिए हंगामा
समारोह के दौरान कुछ पीआरडी जवानों ने विभिन्न मांगों को लेकर हंगामा भी किया। जवानों ने मुख्यमंत्री के समारोह से जाने के बाद विभागीय मंत्री रेखा आर्या के सम्मुख अपनी मांगें रखते हुए कहा कि उन्हें होमगार्ड के समान 28 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय और 356 दिन का रोजगार दिया जाए।
सीएम धामी ने किया ये एलान
समारोह में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार पीआरडी जवानों और उनके आश्रितों के हित के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। इस कड़ी में सांप्रदायिक दंगों के दौरान ड्यूटी पर किसी पीआरडी जवान की मृत्यु की दशा में उसके आश्रितों को दी जाने वाली सहायता राशि एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख कर दी गई है। साथ ही अति संवेदनशील ड्यूटी में मृत्यु होने पर देय सहायता राशि 75 हजार रुपये को बढ़ाकर डेढ़ लाख किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक पीआरडी जवानों के 116 मृतक आश्रितों को पंजीकृत किया गया है। इनमें से 70 को रोजगार प्रदान किया गया, जिसमें 25 महिलाएं भी हैं।