बाबा केदार के दर्शनों को जाने वाले श्रद्धालुओं का उत्साह प्रशासन के पसीने छुड़ा रहा है। सोमवार को तो इस कदर भीड़ बढ़ गई कि दोपहर 12 बजे के बाद पांच हजार श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग में रोकना पड़ा। जबकि, 28,995 श्रद्धालु सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए रवाना किए गए।
श्रद्धालुओं ने कुछ देर तक काटा हंगामा:
सोनप्रयाग में रोके गए आक्रोशित श्रद्धालुओं ने बैरियर पर कुछ देर तक जमकर हंगामा काटा। प्रशासन ने जैसे-तैसे उन्हें शांत कराया। उधर, शासन ने भीड़ को देखते हुए केदारनाथ व यमुनोत्री में यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने की तैयारी कर ली है।
80 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे दर्शनों को:
केदारनाथ दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। चार दिन में 80 हजार से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ दर्शनों को पहुंच चुके हैं। यात्रा पड़ावों पर तो पांव रखने तक के लिए जगह नहीं बची है।
सुरक्षा की दृष्टि से श्रद्धालुओं को रोका:
इससे व्यवस्थाएं भी कम पड़ने लगी हैं। ऐसे में प्रशासन को सुरक्षा की दृष्टि से श्रद्धालुओं को पड़ावों पर रोकना पड़ रहा है। सोनप्रयाग में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट विवेक गोस्वामी ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग में रोकना पड़ा।
दोपहर दो बजे के बाद नहीं जा सकते केदारनाथ:
वैसे सोनप्रयाग से दोपहर एक बजे तक श्रद्धालुओं को केदारनाथ भेजा जा रहा था, लेकिन सोमवार को यह अवधि एक घंटा कम कर दी गई। बताया कि गौरीकुंड से दोपहर दो बजे के बाद श्रद्धालु केदारनाथ नहीं जा सकते।
मौसम को देखते हुए होती तात्कालिक व्यवस्था:
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल का कहना है श्रद्धालुओं की संख्या और मौसम की स्थिति को देखते हुए इस तरह की तात्कालिक व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए कोई समय सीमा तय नहीं है। परिस्थितियों के अनुसार कभी भी श्रद्धालुओं को पड़ावों पर रोका जा सकता है। ताकि केदारपुरी में किसी तरह की अव्यवस्था न हो।
तापमान लगातार पहुंच रहा शून्य से नीचे:
बताया कि यात्रा शुरू होने के दिन से ही धाम में लगातार बारिश हो रही है। इससे वहां ठंड काफी बढ़ गई है और तापमान लगातार शून्य से नीचे पहुंच जा रहा है।