प्रदेश में अगले वर्ष आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों जोरों पर है। प्रदेश सरकार इन खेलों के सफल आयोजन के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। यही कारण है कि सरकार अब खेल विभाग के अधिकारियों को इन खेलों के आयोजन के संबंध में जानकारी लेने के लिए गोवा भेज रही है। ये अधिकारी वहां चल रही विभिन्न खेल स्पर्धाओं के आयोजन के तरीकों, खिलाड़ियों के रहने की व्यवस्था व प्रबंधन के बारे में जानकारी लेंगे।
प्रदेश में अगले वर्ष प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों को लेकर सरकार अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। प्रदेश सरकार की मंशा इन राष्ट्रीय खेलों में 38 खेल स्पर्धाएं कराने की है। जिनमें 34 खेल भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा स्वीकृत हैं और चार खेल प्रदेश सरकार अपने स्तर से रखने की तैयारी कर रही है। इन राष्ट्रीय खेलों के लिए यह तय किया जा चुका है कि कौन-कौन सी प्रतियोगिताएं किस जिले में कराई जानी हैं। इसके साथ ही खेल गांव को लेकर भी स्थान का चयन हो चुका है। यहां पर अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाने का काम चल रहा है।
आयोजन पर खेल विभाग का फोकस
विभाग खेलों के आयोजन पर ध्यान दे रहा है। यह देखा जा रहा है कि खेलों का आयोजन किस प्रकार किया जाना है। खिलाड़ियों के रहने व खाने की व्यवस्था किस प्रकार की जाएगी। किस प्रकार भीड़ प्रबंधन किया जाना है। आयोजन स्थलों में किन चीजों को रखा जाना आवश्यक है। खेलों में प्रबंधन किस प्रकार का होगा। इन्हीं विषयों की जानकारी लेने के लिए खेल विभाग के अधिकारी गोवा जा रहे हैं। वहां वे आयोजकों से इस संबंध में विस्तृत जानकारी लेंगे। इसी सप्ताह इन अधिकारियों के गोवा जाने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय खेलों की तैयारी को लेकर अधिकारी पहले भी गोवा का दौरा कर चुके हैं। अभी राष्ट्रीय खेल चल रहे हैं, ऐसे में आयोजन के संबंध में विस्तृत जानकारी लेने और व्यवस्था देखने के लिए उन्हें फिर गोवा भेजा जा रहा है। -खेल मंत्री, रेखा आर्या।
खेल मंत्री को सौंपा जाएगा राष्ट्रीय खेलों का ध्वज
राष्ट्रीय खेलों के अंत में उस राज्य को राष्ट्रीय खेलों का ध्वज प्रदान किया जाता हैं, जहां अगले राष्ट्रीय खेल होने हैं। अगले वर्ष उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेल प्रस्तावित हैं। ऐसे में यह ध्वज उत्तराखंड को दिया जाना है। खेल मंत्री रेखा आर्या खेलों के समापन पर विशेष रूप से यह ध्वज लेने गोवा जाएंगी।