राज्य में खेल महाकुंभ की शुरुआत चार अक्टूबर से की जाएगी। यह खेल दिसंबर तक चलेंगे। शुरुआती चरण में यह खेल न्याय पंचायत स्तर पर होंगे। इसके बाद विकासखंड स्तर, फिर जिला स्तर और अंत में राज्य स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। इन खेलों में 14 वर्ष से लेकर 23 वर्ष तक के खिलाड़ी हिस्सा ले सकते हैं। साथ ही उत्तराखंड बोर्ड समेत प्रदेश के सभी विद्यालयों के खिलाड़ी इसमें हिस्सा ले सकेंगे। इस वर्ष राष्ट्रीय रिकार्ड को तोड़ने वाले खिलाड़ियों को एक लाख रुपये का नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा। शनिवार को खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने खेल निदेशालय में खेल विभाग के अधिकारियों के साथ ही सभी जिलों के जिलाधिकारियों के साथ खेल महाकुंभ की तैयारियों के संबंध में वर्चुअल बैठक की। उन्होंने कहा कि न्याय पंचायत स्तर पर खेल महाकुंभ चार अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक होगा। विकासखंड स्तर पर ये खेल 25 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होंगे। जिला स्तर पर ये खेल 16 नवंबर से 10 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे। राज्य स्तरीय खेलों की शुरुआत 15 दिसंबर से की जाएगी। खेल मंत्री ने कहा कि यह मुख्यमंत्री उदीयमान और मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के लाभार्थी खिलाड़ियों के लिए यह सुनहरा अवसर है। उन्होंने कहा कि बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को पुरस्कार भी दिया जाएगा। सभी विजेता खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार समेत प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे।
सबसे अधिक पदक जीतने वाले जिले के जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं मुख्यमंत्री ट्राफी से सम्मानित करेंगे। खेल मंत्री ने कहा कि प्रदेश के खिलाडिय़ों के लिए यह अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर है। इस महाकुंभ से खिलाड़ी तो सशक्त होंगे ही, साथ में उनकी क्षमता और अधिक विकसित होगी।
बैठक में विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, निदेशक खेल जितेंद्र कुमार सोनकर, अपर निदेशक अजय अग्रवाल, संयुक्त निदेशक शक्ति सिंह समेत युवा कल्याण एवं खेल विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।