अस्पताल में प्रसव को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में बड़े स्तर पर अभियान चलाए जाएंगे। ताकि जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित रहें।
उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल किसी से छिपा नहीं है। स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता।
इस समस्या के समाधान के लिए प्रदेश में एएनएम के खाली पदों को भरा जाएगा। प्रोसेस शुरू हो गया है। भर्ती के माध्यम से अस्पतालों में एएनएम के 330 पदों पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से तैनाती की जाएगी। साथ ही चतुर्थ श्रेणी के 2500 पदों को भी आउटसोर्स के माध्यम से भरा जाएगा। ये जानकारी स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दी। मंगलवार को शासकीय आवास स्थित कार्यालय में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को अपने जिलों में व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने के साथ ही इनकी नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए।
ये भी कहा कि ब्लॉक स्तर पर गठित होने वाली रोगी कल्याण समिति व जिला स्वास्थ्य प्रबंध समिति में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की मदद और अस्पताल के बेहतर संचालन के लिए रोगी कल्याण समिति के गठन के निर्देश दिए गए हैं। जिला स्तर पर गठित जिला स्वास्थ्य प्रबंधन समिति का पुनर्गठन कर जनसहभागिता भी सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए चलाई जा रही खुशियों की सवारी योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को योजना का लाभ मिल सके। अस्पताल में प्रसव को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में बड़े स्तर पर अभियान चलाए जाएंगे।