उत्तराखंड में 100 नगर निकायों के लिए 23 जनवरी को होने वाले मतदान से 48 घंटे पहले मंगलवार शाम पांच बजे प्रचार अभियान का शोर थम गया। इसके साथ ही अब राजनीतिक दलों, प्रत्याशियों व उनके समर्थकों ने घर-घर दस्तक देने पर ध्यान केंद्रित कर दिया है। उधर, मतदान संपन्न कराने के लिए 3394 पोलिंग पार्टियां बुधवार को रवाना हुईं।
27 जनवरी को नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ आरंभ हुई थी प्रक्रिया
11 नगर निगम, 43 नगर पालिका परिषद व 46 नगर पंचायतों के चुनाव की प्रक्रिया 27 जनवरी को नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ आरंभ हुई थी। महापौर के 72, अध्यक्ष के 445 और पार्षद व सदस्य के 4888 प्रत्याशियों को तीन जनवरी को चुनाव चिह्न आवंटन के बाद प्रचार अभियान ने राज्य में गति पकड़ी। 18 दिन तक धुंआधार चले चुनाव प्रचार अभियान के शोर ने मंगलवार शाम पांच बजे विराम लिया। इससे पहले सभी नगर निकाय क्षेत्रों में रैलियों, सभाओं व रोड शो की धूम रही तो दिनभर ही प्रत्याशियों के प्रचार वाहन दौड़ते रहे। प्रचार अभियान खत्म होते ही राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों ने अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव करते हुए घर-घर दस्तक देकर अंतिम समय में पूरी ताकत झोंक दी है। लक्ष्य यही है कि येन-केन-प्रकारेण भाग्यविधाता मतदाताओं को अपने पक्ष में किया जाए। यद्यपि, आम मतदाता खामोशी से सभी की बात सुन रहा है, लेकिन किसी को मन की थाह नहीं लेने दे रहा। उधर, मतदान को संपन्न कराने के लिए पोलिंग पार्टियां बुधवार को रवाना हो गईं। मतदान के लिए राज्य में कुल 1515 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें कुल बूथों की संख्या 3394 है। पोलिंग पार्टियों में शामिल किए गए कार्मिकों की संख्या 16284 है। मतदान 23 जनवरी को सुबह आठ बजे से प्रारंभ होकर शाम पांच बजे तक चलेगा। निकायों में मतदाताओं की कुल संख्या 30.29 लाख है।
एंटी इनकंबेंसी के भरोसे के मतदाताओं के दर पर कांग्रेस की दस्तक
नगर निकायों के चुनावी संग्राम में प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस के नेताओं ने जन सभाओं, रैलियों के साथ जनसंपर्क में शक्ति झोंकी। पार्टी का पूरा प्रचार प्रदेश के साथ नगर निकायों में एंटी इनकंबेंसी पर केंद्रित रहा है। शहरों में मतदाताओं में पैठ मजबूत करने के लिए पार्टी प्रत्याशियों को इस बार वरिष्ठ नेताओं का साथ मिला है। यह अलग बात है कि कई निकायों में वरिष्ठ नेता आमने-सामने भी नजर आए हैं। प्रदेश में 100 नगर निकायों के लिए हो रहे चुनाव में प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस प्रत्याशियों और उनके साथ दिग्गज नेताओं ने विभिन्न वार्डों में गली-मोहल्लों में मोर्चा संभाला। कांग्रेस 91 निकायों में चुनाव लड़ रही है। इस बार पार्टी 11 नगर निगमों में महापौर के पद पर अधिक जोर लगा रही है। पिछले निकाय चुनाव में भी कुल आठ में से दो नगर निगमों कोटद्वार और हरिद्वार में ही कांग्रेस के महापौर थे। इस बार पार्टी को उम्मीद है कि देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, काशीपुर, रुद्रपुर और हल्द्वानी में उसका प्रदर्शन बेहतर होगा। भाजपा के किले में सेंधमारी के लिए कांग्रेस ने इस बार प्रत्याशियों के चयन को लेकर भाजपा की रणनीति को ध्यान में रखा है। कांग्रेस ने गत दिवस जारी अपने वचन पत्र में सभी 11 नगर निगमों में महापौर पद के प्रत्याशियों को स्थान दिया।