लोकसभा चुनाव में अभी लंबा समय है, लेकिन कांग्रेस में विभिन्न सीटों पर दावेदार स्वयं ही सामने आने लगे हैं। धारचूला से विधायक हरीश धामी ने नैनीताल लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है। हरीश धामी पिथौरागढ़ जिले की धारचूला सीट से कांग्रेस के टिकट पर लगातार तीसरी बार विधायक हैं। उनका चुनाव क्षेत्र अल्मोड़ा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। यह सीट अनुसूचित जाति के आरक्षित है।
ऐसे में कांग्रेस विधायक धामी ने अब अल्मोड़ा से सटी और कुमाऊं मंडल की दूसरी संसदीय सीट नैनीताल से टिकट की दावेदारी पेश की है। सोमवार को मीडिया से बातचीत में हरीश धामी ने कहा कि वह लगातार तीसरी बार विधायक हैं। अब लोकसभा चुनाव लडऩा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह धारचूला सीट पर लगातार तीन बार जीत दर्ज कर चुके हैं। लोकसभा चुनाव लडऩे का हक उनका भी है।
धामी ने कहा कि वह लोकसभा जाना चाहते हैं, ताकि पर्वतीय क्षेत्र की कठिनाइयों को संसद में उठा सकें। उन्होंने कहा कि पहाड़ की जवानी और पानी, दोनों ही यहां के काम नहीं आते हैं। इनके कारणों को वह संसद में रखना चाहते हैं। धामी के सामने आने के बाद कांग्रेस में लोकसभा चुनाव को लेकर दावेदारों की संख्या बढ़ गई है। अभी हरिद्वार लोकसभा सीट पर ही अधिक संख्या में दावेदार सामने आए हैं। नैनीताल सीट पर धामी ने अपनी दावेदारी से कांग्रेस के भीतर सभी को चौंका दिया है।
निकाय चुनाव में लक्ष्य बेधने की कांग्रेस की तैयारी:
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बंपर जीत मिलने के बाद कांग्रेस उत्तराखंड में निकाय चुनाव के लिए व्यूह रचना तैयार कर रही है। नगर निगम, नगर पालिका परिषद से लेकर नगर पंचायत यानी त्रिस्तरीय निकायों में अधिक संख्या में सीटों पर कब्जा करने का लक्ष्य रखा गया है। इन चुनावों में कांग्रेस को सफलता दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी जिलाध्यक्षों के कंधों पर होगी। कर्नाटक में मिली जीत कांग्रेस के लिए संजीवनी का काम कर रही है।
उत्तराखंड में जीत को लेकर पार्टी में नई उम्मीद जगी है। पार्टी लंबे अरसे से प्रदेश में जीत के लिए तरस रही है। लोकसभा चुनाव से पहले इसी वर्ष आगामी अक्टूबर-नवंबर में नगर निकाय चुनाव होने हैं। इस चुनाव में पार्टी अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है, ताकि लोकसभा चुनाव में बढ़े मनोबल से मुकाबला किया जा सके। वार्ड स्तर पर बड़े से लेकर छोटे नेताओं को सक्रिय किया जा रहा है। पार्टी ने निकाय चुनावों के लिए तैयार की गई रणनीति में जिलाध्यक्षों पर भरोसा जताया है।
इन चुनावों में कांग्रेस को सफलता दिलाने में जिलाध्यक्षों की बड़ी भूमिका रहेगी। जिलों में वार्ड स्तर पर पार्टी के बड़े से लेकर छोटे नेताओं और कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की जिम्मेदारी जिलाध्यक्षों के कंधों पर डाली गई है। निकायों में निचले स्तर तक पार्टी की स्थिति के बारे में जिलाध्यक्षों से नियमित फीडबैक लेने का काम प्रारंभ किया जा चुका है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से सभी जिलाध्यक्षों को फार्मेट सौंपा गया है।
इस फार्मेट पर पार्टी से जुड़े व्यक्तियों, पूर्व पदाधिकारियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। वार्ड स्तर पर कांग्रेस का प्रदर्शन कैसे सुधरे, इसके लिए स्थानीय नेताओं से फीडबैक भी लिया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा वरिष्ठ नेताओं के सहयोग से जिलाध्यक्षों की सक्रियता सुनिश्चित कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात अपनी टीम के साथ जिलाध्यक्षों से संपर्क साध रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में तैनात टीम निकायों में विभिन्न स्तर पर स्थानीय कार्यकर्ताओं और पार्टी नेताओं से नियमित संवाद कर रही है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पार्टी को हर स्तर पर जनता का समर्थन मिल रहा है। सरकार और सत्तारूढ़ की नीतियों से असंतुष्ट जनता कांग्रेस की ओर से उम्मीद भरी नजरों से देख रही है। नगर निकाय चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन इसकी गवाही देगा।