आयुष्मान योजना जरूरतमंदों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। इस योजना से गंभीर बीमारियों का उपचार भी आसान हो गया है। जिससे आर्थिक रूप से कमजोर लोग भी कैंसर, हृदय, गुर्दा रोग सहित अन्य गंभीर बीमारियों का उपचार करा पा रहे हैं। राज्य में अब तक 9.29 लाख से अधिक लोग इस योजना के अंतर्गत निश्शुल्क उपचार का लाभ ले चुके हैं। केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में देशभर में आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी।
उत्तराखंड में सरकार ने एक कदम आगे बढ़कर अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना लागू की। इसके तहत प्रदेश के हर परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख तक के स्वास्थ्य बीमा के दायरे में लिया गया। अब तक प्रदेश में 53 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं।
इन बीमारी में हुआ सर्वाधिक उपचार
बीमारी- कुल मामले- उपचार का खर्च
डायलिसिस- 175281 1,08,53,68,034
नेत्र रोग- 84762 76,03,08,722
आन्कोलाजी- 57474 1,53,80,39,277
कार्डियोलाजी- 26617 2,38,34,82,160
हिप रिप्लेसमेंट 1485 15,00,88,048
नी-रिप्लेसमेंट 1021 8,75,48,381
कहां कितने आयुष्मान कार्ड
जनपद-लाभार्थी
अल्मोड़ा-2,67,630
बागेश्वर-1,14,908
चमोली-2,05,754
चंपावत-1,20,010
देहरादून-10,97,016
हरिद्वार-8,91,571
नैनीताल-5,05,086
पौड़ी-3,84,065
पिथौरागढ़-2,21,037
रुद्रप्रयाग-1,25,508
टिहरी-3,27,127
ऊधमसिंह नगर-8,64,152
उत्तरकाशी-1,83,132