पूर्व सीएम हरीश रावत व कभी उनके बेहद करीबी रहे रणजीत रावत के बीच कड़वाहट जारी है। हरदा के सीएम बनूंगा या घर बैठूंगा वाले बयान पर कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत रावत ने चुटकी ली है। बोले, यदि होता किन्नर नरेश में राजमहल में रहता कहने से क्या होगा। सीएम कौन बनेगा यह हाईकमान तय करेगा।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने मंगलवार को बयान दिया था कि सीएम बनने या फिर घर बैठने के अलावा उनके पास तीसरा विकल्प नहीं है। हरदा ने इस बयान से हाईकमान को संदेश देने की भी कोशिश की थी। माना जा रहा था कि इससे कुछ कांग्रेसी भी असहज होंगे।
इधर, गुरुवार को हरदा का नाम लिए बिना रणजीत रावत ने द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी की कविता पढ़ डाली। यदि होता किन्नर नरेश मैं, राजमहल में रहता, सोने का ङ्क्षसहासन होता सिर पर मुकुट चमकता। उन्होंने कविता की इन लाइनों के जरिये हरदा पर कटाक्ष किया है। बोले, कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक के बाद अधिकृत नाम हाईकमान को भेजा जाता है। जिसे कांग्रेस हाईकमान नेता तय करेगी, वही हमारा नेता होगा। रणजीत के बयान से लगने लगा है कि हरदा के रामनगर से टिकट के विरोध का जो मोर्चा उन्होंने खोला था वह आगे भी जारी रह सकता है। यही नहीं रणजीत पहले भी उन्हें रामनगर से सल्ट भेजे जाने की टीस बयां कर चुके हैं।