मुख्यमंत्री के चम्पावत से चुनाव लड़ने के बाद विकास कार्यों में गति बढ़ने लगी है। इसके लिए अब बजट की कमी भी आड़े नहीं आएगी। शासन ने चम्पावत जिला योजना की धनराशि को 40.78 करोड़ से बढ़ाकर 42.82 करोड़ कर दिया है। जिला योजना की धनराशि बढ़ाने की मांग जनप्रतिनिधियों द्वारा पहले से ही की जाती रही है। लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। धनराशि बढऩे से विषम भौगोलिक परिस्थिति वाले जिले के विकास में काफी मदद मिलने की उम्मीद है।
जिला योजना में इस बार सामान्य मद में 3501 लाख, एससीएसपी में 749 लाख तथा टीएसपी में 32 लाख रुपये प्रस्तावित किए गए हैं। जबकि चम्पावत के पड़ोसी जिले यूएस नगर के लिए 54.44 करोड़, अल्मोड़ा के लिए 54.85 करोड़ तथा पिथौरागढ़ के लिए 52.67 करोड़ रुपये जिला योजना में प्रस्तावित किए गए हैं। हालांकि ये तीनों जिले आबादी और क्षेत्रफल के लिहाज से चम्पावत जिले से बड़े हैं।
जिला योजना में चम्पावत को अब तक 40 करोड़ 78 लाख रुपया मिलता था लेकिन अब इसे बढ़ाकर 42 करोड़ 82 लाख रुपया कर दिया गया है। धनराशि बढऩे से जिले में विकास योजनाएं तैयार करने और उनके क्रियान्वयन में काफी मदद मिलेगी। धनराशि की कमी के कारण अब तक जिला परिषद, पंचायत समिति, ग्राम पंचायतों, नगर परिषद द्वारा तैयार की गई योजनाओं के अधिकांश कार्य समय पर नहीं हो पाते थे।
धनराशि में बढ़ोत्तरी होने से सभी कार्यदाई संस्थाओं को उनकी योजनाओं के अनुरूप बजट उपलब्ध होगा। जिला योजना की धनराशि बढ़ाए जाने के निर्णय को मुख्यमंत्री की संभावित विधान सभा सीट से जोड़ा जा रहा है। लोगों का मानना है कि चम्पावत से उपचुनाव में सीएम की जीत के बाद जिला योजना की धनराशि में और अधिक बढ़ोत्तरी हो सकती है। सीडीओ आरएस रावत ने बताया कि शासन से मिले पत्र के अनुसार गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जिला योजना में 2.04 करोड़ रुपये बढ़ाई गई है।