प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो संबोधन मन की बात में स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के तहत पूरे देश में अमर बलिदानियों की याद में मेरी माटी, मेरा देश अभियान चलाए जाने की घोषणा की। मोदी ने कहा कि अमृत महोत्सव की गूंज पूरे देश में हर तरफ सुनाई दे रही है।
पूरे देश में शुरू किया जा रहा अभियान:
15 अगस्त निकट आ रहा है, ऐसे में पूरे देश में एक बड़ा अभियान शुरू किया जा रहा है। यह अभियान देश के बलिदान होने वाले वीर सपूतों के लिए है। पीएम ने कहा कि इस अभियान के तहत देश भर में उन लोगों के सम्मान में कार्यक्रम होंगे जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राण बलिदान किए।
लाखों ग्राम पंचायतों में स्थापित किए जाएंगे विशेष शिलालेख:
इस अभियान में वीर बलिदानियों की स्मृति मे लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख स्थापित किए जाएंगे। एक अमृत कलश यात्रा निकाली जाएगी। इस कलश यात्रा में देश के अलग-अलग कोनों के गांवों की मिट्टी लेकर 7500 कलश दिल्ली लाए जाएंगे। इस यात्रा में देश के तमाम हिस्सों से पौधे भी लगाए जाएंगे।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के निकट तैयार की जाएगी अमृत वाटिका:
7500 कलश से जो मिट्टी और पौधे लाए जाएंगे उनसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के निकट एक अमृत वाटिका तैयार की जाएगी। यह एक भारत श्रेष्ठ भारत का एक और महान प्रतीक होगी। पीएम ने कहा कि पिछले साल हर घर तिरंगा अभियान से पूरा देश जुड़ा था। इस साल भी लोग पूरे उत्साह के साथ अपने घरों पर तिरंगा फहराएंगे। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से हम हम अपने कर्तव्य की निर्वहन करेंगे।
पीएम मोदी ने हज नीति में सुधार का किया जिक्र:
प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में पिछले कुछ वर्षों में हज नीति में सुधार के लिए सरकार की ओर से किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को वार्षिक हज यात्रा में जाने का अवसर मिल रहा है। पीएम ने इसका विशेष रूप से उल्लेख किया कि चार हजार से ज्यादा महिलाएं बिना मेहरम के हज करने में समर्थ हुई हैं। मेहरम का अर्थ उनके लिए हज यात्रा के दौरान एक पुरुष सहयात्री की अनिवार्यता से है।
कई महिलाओं ने लिखा पत्र:
पीएम ने कहा कि सरकार की ओर से किए गए बदलाव के बिना अब पुरुष सहयात्री की अनिवार्यता नहीं रह गई है और यह एक बड़ा बदलाव है। पीएम ने बताया कि अभी हाल में जो मुस्लिम महिलाएं हज करके लौटी हैं, उन्होंने पत्र लिखकर इस बदलाव के प्रति अपनी खुशी और संतोष का प्रदर्शन किया है।
पीएम मोदी ने सऊदी अरब की सरकार को दिया धन्यवाद:
पीएम ने कहा कि उनका हज खास रहा, क्योंकि उन्होंने मेहरम के बिना हज यात्रा की। उनकी संख्या 50 या सौ नहीं है, बल्कि चार हजार से अधिक है। उन्होंने इसके लिए सऊदी अरब सरकार को भी धन्यवाद दिया, जिसने इस बदलाव के लिए अपनी सहमति प्रदान की।
हर साल काशी पहुंच रहे है करीब दस करोड़ श्रद्धालु:
उन्होंने कहा कि अलग-अलग तीर्थस्थलों पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। लगभग दस करोड़ लोग हर साल काशी पहुंच रहे है। अयोध्या, मथुरा और उज्जैन में भी तीर्थयात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिला है। पीएम ने हाल में अमेरिका से लाई गईं तमाम अहम कलाकृतियों का भी अपने संबोधन में जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इन धरोहरों का देश लौटना बड़ी बात है। ये ढाई सौ से ढाई हजार साल पुरानी कलाकृतियां हैं। इन प्रयासों से सांस्कृतिक विरासत चोरी रोकने के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
उत्तर प्रदेश में लगाए गए एक दिन में तीस करोड़ पौधे:
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दिन प्राकृतिक आपदाओं के कारण चिंताओं और परेशानियों से भरे रहे हैं। लोगों को यमुना सरीखी नदियों में बाढ़ के कारण तमाम जगहों पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पीएम ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के बीच इस देश के लोगों ने एक बार फिर एकता की शक्ति प्रदर्शित की है। यह देखना उत्साहजनक है कि लोग जल संरक्षण के लिए तरह-तरह के अनोखे प्रयास कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में एक दिन में तीस करोड़ पौधे लगाए गए, जो कि जनभागीदारी और जनजागरूकता का उत्कृष्ट उदाहरण है।
पीएम ने कहा कि वह अपनी पिछली यात्रा के दौरान सौ वर्षीय योग शिक्षक कैरोलिन और कोपिन से मिले थे। वह अपनी आयु और सेहत के लिए योग को श्रेय देती हैं।
नशामुक्त अभियान पर बल:
पीएम ने मादक पदार्थों के इस्तेमाल को रोकने के लिए चलाए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इनमें युवाओं की सहभागिता बढ़ाना बहुत जरूरी है। अगर हम भआवी पीढ़ी को बचाना चाहते हैं तो उन्हें नशे से दूर रखना होगा। इस अभियान की शुरुआत 15 अगस्त 2020 को की गई थी और अब तक इससे 11 करोड़ लोग जुड़ चुके हैं। भारत ने दस लाख किलोग्राम ड्रग नष्ट करने का रिकार्ड बनाया है। इस क्रम में पीएम ने मध्य प्रदेश के एक स्थान का जिक्र किया जो नशे की गिरफ्त से निकलने के बाद फुटबॉल का केंद्र बन गया है।