
खालिस्तानी आतंकियों को कारतूस सप्लाई करने की सूचना पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने उत्तराखंड में दो स्थानों पर छापेमारी की। देहरादून और बाजपुर के दो गन डीलर से घंटों की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में लेकर एनआइए की टीम दिल्ली ले गई। दून के गन डीलर को बीते वर्ष दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से कारतूस सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया था और वह इन दिनों जमानत पर बाहर है।
हिरासत में लेकर दिल्ली लौटी एनआइए की टीम
बुधवार सुबह उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर बाजपुर में एनआइए की टीम ने गन डीलर शकील के घर और गन हाउस पर छापेमारी की। जबकि देहरादून के टर्नर रोड क्षेत्र में गन डीलर परीक्षित नेगी के घर पर भी घंटों पूछताछ की गई। दोनों ही स्थानों पर एनआइए लंबी पूछताछ और पड़ताल के बाद आरोपितों को हिरासत में लेकर दिल्ली लौट गई। दून का गन डीलर परिक्षित नेगी के पूर्व में भी आतंकियों से संपर्क की सूचना मिली थी।
पिछले साल भी हुई थी कार्रवाई
पिछले वर्ष दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पांच आरोपितों को दो हजार कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया था। यह सभी कारतूस देहरादून के फालतू लाइन स्थित रायल आर्म्स से खरीदे गए थे, जिसे गन डीलर परीक्षित नेगी चलाता है। इस पर दिल्ली पुलिस ने आरोपित परीक्षित नेगी को गिरफ्तार किया था, इन दिनों वह जमानत पर बाहर था। स्थानीय प्रशासन ने इस दुकान का लाइसेंस निरस्त कर सीलिंग की कार्रवाई की थी।
गन डीलर के घर पर हुई छापेमारी
उधर, बाजपुर के ग्राम धनसारा में एनआइए ने गन डीलर शकील अहमद के घर छापेमारी की। आरोपित का एक बेटा हथियार सप्लाई करने के आरोप में वर्ष 2016 में पंजाब के नाभा पठानकोट में पकड़ा गया था। जहां से चार माह पूर्व ही छूटकर आया है। वर्तमान में मुड़िया पिस्तौर बाजपुर के ईदगाह मार्केट में स्थित मैसर्स नक्श गन हाउस संचालन शकील का बड़ा बेटा मोहम्मद नाजिम करता है। बताया जा रहा है कि कुछ साल पहले शकील अहमद की गन हाउस से कुछ लोगों ने हथियार खरीदे थे, जो अभी तिहाड़ जेल में बंद हैं। दोनों ही गन डीलरों के तार खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े होने की आशंका है।