कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण (नया वेरिएंट जेएन.1) के मामले सामने आने के बाद उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। दो दिन पहले कोविड गाइडलाइन जारी करने के बाद स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने अब कोरोना की दैनिक निगरानी शुरू कर दी है। कोरोना के नए स्वरूप के दृष्टिगत गुरुवार को स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें सभी जनपदों के जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी व स्वास्थ्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि उत्तराखंड में अभी कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है।
आइसोलेशन वॉर्ड तैयार
दून मेडिकल कॉलेज के सरकारी अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड और अन्य व्यवस्थाएं कड़ी कर दी गई हैं। दून अस्पताल के सीएमएस अनुराग अग्रवाल ने कहा कि हमें घबराने की जरूरत नहीं है। फिलहाल एकमात्र आवश्यकता यह है कि फ्लू का पता चलते ही तुरंत जांच कराएं। उन्होंने कहा कि हम नए वेरिएंट के लिए टेस्टिंग बढ़ाएंगे और पोर्टल पर मरीजों की संख्या भी अपडेट करते रहेंगे। दून अस्पताल के सीएमएस अनुराग अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 के लिए 20 बेड का ऑक्सीजन वार्ड तैयार किया गया है और 09 बेड का आईसीयू वार्ड भी कोविड के लिए आरक्षित किया गया है। नया वेरिएंट पिछले वेरिएंट से बहुत अलग नहीं है, लेकिन कैंसर, शुगर, किडनी और दिल से पीड़ित लोगों को इस वेरिएंट से अधिक सावधान रहने की सलाह दी गई है।
अस्पतालों में व्यवस्थाएं चाक-चौबंद
कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर विस्तृत गाइडलाइन के साथ ही अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। हर परिस्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सभी कोरोना गाइडलाइन का पालन करें। राज्य के सभी अस्पतालों में सैंपलिंग हो रही है। संदिग्ध मरीजों की निगरानी की जा रही है।
कोविड मरीजों की हो रही है जांच
कोविड को लेकर उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कोविड की जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से की जाए। सभी कोविड पॉजिटिव सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग भी अवश्य की जाए। कोविड मरीजों की लगातार निगरानी कर जन जागरूकता अभियान संचालित करें। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए की किसी भी स्वास्थ्य इकाइयों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी ना हो। उन्होंने कोविड की दैनिक निगरानी पर भी जोर दिया।
भारत सरकार से मिले निर्देशों का हो रहा है पालन
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि नए वेरिएंट जेएन.1 को लेकर भी भारत सरकार से मिले दिशा-निर्देशों का अनुपालन किया जाए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वह आमजन में कोविड संबंधित भ्रांतियों को बढ़ने ना दें और स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आधिकारिक सूचनाओं का ही अनुपालन करें।
बैठक में ये लोग हुए शामिल
बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य अमनीप कौर, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह, संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. एमके पंत, कार्यक्रम अधिकारी डा. पंकज कुमार सहित सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व आइडीएसपी टीम के अधिकारी भी मौजूद रहे।