बांग्लादेशी हैकर भारतीय वेबसाइट को निशाना बना रहे हैं। दैनिक जागरण ने टेलीग्राम के माध्यम से हैकर्स से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि हमने भारत के खिलाफ साइबर वार शुरू किया है। भारतीय साइबर सुरक्षा को चुनौती देना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए वह कमजोर सुरक्षा वाली भारतीय वेबसाइट पर लगातार हमला कर रहे हैं। यह आगे भी जारी रहेगा।
बांग्लादेशी हैकर भारतीय वेबसाइट को निशाना बना रहे हैं। बीते एक सप्ताह में नोएडा में ही दो शिक्षण संस्थानों की वेबसाइट हैक की गई है।
दोनों ही मामलों में हैकर ने अपने आप को बांग्लादेशी बताया था। इनके द्वारा पुणे की एक कंपनी की वेबसाइट हैक की गई। वहां पर भी यही पैटर्न था। इसमें कई हैकर्स का समूह है, जो मिलकर इस घटना को अंजाम दे रहे हैं।
दैनिक जागरण ने टेलीग्राम के माध्यम से हैकर्स से किया संपर्क
दैनिक जागरण ने टेलीग्राम के माध्यम से हैकर्स से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि हमने भारत के खिलाफ साइबर वार शुरू किया है। भारतीय साइबर सुरक्षा को चुनौती देना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए वह कमजोर सुरक्षा वाली भारतीय वेबसाइट पर लगातार हमला कर रहे हैं।
यह आगे भी जारी रहेगा। अब तक कितनी वेबसाइट हैक की गई। इस बारे में उसने कोई जानकारी नहीं दी। साथ ही कारण पूछने पर भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उसका कहना है कि भारत ने उनके खिलाफ 15 अगस्त से साइवर वार छोड़ने की घोषणा की है।
डीपीएस की वेबसाइट भी हो चुकी है हैक
संभव है कि वह कुछ भारतीय हैकर्स की बात कर रहे हों। नोएडा में सेक्टर-39 राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नोएडा और सेक्टहर-30 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल नोएडा की वेबसाइट हैक की गई। हालांकि, अब दोनों वेबसाइट फ्री हो गई है।
डीपीएस नोएडी की वेबसाइट MR.03M05 समूह ने हैक की थी। इसी समूह ने पुणे कंपनी की भी वेबसाइट की थी। इसी हैकर से दैनिक जागरण ने बातचीत की। नोएडा में अभी तक दोनों ही मामलों में कोई एफआइआर नहीं दी गई है।
ये है समूह का हैकिंग पैटर्न
यह हैकर कमजोर सिक्योरिटी वाली वेबसाइट पर अटैक कर रहे हैं। अटैक करने के बाद उस पर अपने कब्जे की घोषणा करते हुए एक संदेश छोड़ रहे हैं। उसमें स्वयं को स्वतंत्रता का समर्थक बताते हुए कह रहे हैं कि जब स्वतंत्रता खतरे में हो तो हमसे अपेक्षा करें। कुछ समय बाद वेबसाइट को फ्री कर दे रहे हैं।
विशेषज्ञ बाले एफआईआर कराना जरूरी
साइबर क्राइम और आपरेशन्स के जानकार इशान सिन्हा ने बताया कि इसके छात्रों के समूह होने की बहुत ज्यादा संभावना है। ऐसे में जिनकी वेबसाइट पर हमला हुआ है। वह सबसे पहले इसकी एफआइर कराएं। उससे उनका आइपी एड्रेस ट्रेस किया जा सकेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वेबसाइट बनाते समय ओबेस्ट टाप-10 दिशानिर्देशों का पालन करें। इसके बाद वेबसाइट हैक नहीं होगी। वेबसाइट डिजाइन करते समय हम इसमें लापरवाही बरते हैं। कम जानकार लोगों से बनवाते हैं।