उत्तराखंड की आर्थिकी से जुड़ी चारधाम यात्रा के लिए 21 फरवरी से पंजीकरण शुरू हो जाएगा। बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथियां तय होने के दृष्टिगत प्रथम चरण में इन धामों के लिए पंजीकरण होंगे। इसके बाद गंगोत्री व यमुनोत्री के लिए।
चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होगी, जिसके लिए इस बार भी पंजीकरण: अनिवार्य किया गया है। इसके बिना श्रद्धालु धामों में दर्शन नहीं कर पाएंगे। पर्यटन विभाग ने शनिवार को पंजीकरण के लिए वेबसाइट, वाट्सएप व टोल फ्री नंबर के साथ ही अपना एप भी जारी कर दिया। इसके अलावा आफलाइन पंजीकरण की भी व्यवस्था की गई है।
सरकार ने तैयारियां को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया:
चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने तैयारियां को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। यात्रा को नियंत्रित तरीके से संचालित करने की दिशा में भी सरकार कदम उठा रही है।
इसी कड़ी में गत वर्ष की भांति इस बार भी यात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। पंजीकरण में यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसके लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद पिछले कई दिनों से होमवर्क कर रहा था।
सभी व्यवस्थाएं पूर्ण होने के बाद अब 21 फरवरी से पंजीकरण शुरू करने का निर्णय लिया गया है। पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से यात्रा से पहले स्वास्थ्य परीक्षण कराने की सलाह दी है।
साथ ही सुझाव दिया है कि यात्रा मार्ग पर शिविरों व पड़ावों में धीरे-धीरे यात्रा करें, ताकि गर्म इलाकों से आने वाले यात्री स्वयं को यहां की जलवायु के अनुकूल ढाल सकें।
पंजीकरण के माध्यम
वेबसाइट- registrationandtouristcare.uk.gov.in
वाट्सएप नंबर 91-8394833833
टोल फ्री नंबर 0135-1364
एप touristcareuttrakhand
ऐसे करें पंजीकरण
पर्यटन विभाग की ओर से यात्रा के लिए जारी वेबसाइट पर यात्री पंजीकरण करा सकते हैं।
इसके लिए उन्हें अपनी पहचान व पते से जुड़े दस्तावेज अपलोड करने के साथ ही अपना सही मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।
वाट्सएप नंबर पर yatra टाइप कर पंजीकरण कराया जा सकता है।
इसके अलावा फोन पर पंजीकरण करने के लिए टोल फ्री नंबर का उपयोग किया जा सकता है।
विभाग द्वारा जारी एप को मोबाइल पर डाउनलोड कर इसके माध्यम से भी पंजीकरण कराया जा सकता है।
वाहनों का पंजीकरण चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों से अपने वाहनों का पंजीकरण कराने को भी कहा गया है। इसके लिए वेबसाइट greencard.uk.gov.in जारी की गई है। व्यावसायिक वाहनों पर वीएलटीएस (व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग सिस्टम) लागू हो रहा है। अब वाहनों में इसे लगाना अनिवार्य किया जा रहा है।
मकसद यह कि चारधाम में जाने वाले वाहनों की रफ्तार के साथ ही इनकी सही लोकेशन पर नजर रखी जा सके। इसके लिए परिवहन मुख्यालय में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह ने बताया कि अब पुराने वाहनों में भी वीएलटीएस व्यवस्था लागू की गई है।