बुधवार तड़के से देहरादून में बारिश जारी रही। वहीं आज प्रदेश के पांच जिलों में भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है। पहाड़ी इलाकों में सड़कों का खुलने और बंद होने का सिलसिला जारी है। हरिद्वार में भी आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मसूरी में भी मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक बारिश जारी रही।
प्रदेश के पांच जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट:
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में आज कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। खासकर नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चमोली में भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें पड़ने के आसार हैं।
हरिद्वार में भारी बरसात की चेतावनी जारी:
मौसम विभाग में हरिद्वार में बुधवार को भारी बरसात की चेतावनी जारी की है। विभाग में नागरिकों से अपील की है कि वह बिना किसी जरूरी काम के बाहर जाने से बचें।
डूब क्षेत्र और तटवर्ती इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। नागरिकों को बरसाती नालों, नदियों और गदेरे इत्यादि से दूर रहने को कहा गया है। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा से नीचे है। इस समय गंगा का जलस्तर 292.45 मीटर पर है, जबकि चेतावनी निशान 293 मीटर पर और खतरे का निशान 294 मीटर पर है।
बदरीनाथ हाईवे बुधवार को भी कमेडा में बंद:
बदरीनाथ हाईवे आज बुधवार को भी कमेडा में बंद है। मार्ग खोलने की कार्रवाई की जा रही है। हाईवे बाबा आश्रम नन्दप्रयाग-छिनका-पीपलकोटी (नवोदय विद्यालय के पास) बंद है। यात्री हाईवे खुलने का इतंजार कर रहे हैं।
रुद्रप्रयाग केदारनाथ-गौरीकुंड हाईवे फाटा के पास तरसाली में अवरुद्ध है।
रुड़की में भारी वर्षा के चलते स्कूल का रास्ता बहा:
वहीं रुड़की में भारी वर्षा के चलते स्कूल का रास्ता बहा गया है। रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार रात करीब 2:00 से तेज वर्षा हुई। जिसकी वजह से कई इलाकों में पानी भर गया। वहीं भगवानपुर तहसील क्षेत्र के हबीब पुर निवादा गांव में तेज बारिश की वजह से स्कूल जाने वाला रास्ता पानी के तेज बहाव में बह गया है।
जिसकी वजह से आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। स्कूल जाने वाले छात्र किनारे पर खड़े होकर पानी कम होने का इंतजार करते रहे। वहीं रुड़की शहर में जिन क्षेत्रों में पानी का स्तर कम हुआ था और जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है।
गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे अवरुद्ध:
उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग लालढांग, हेल्गु गाड में मलबा आने के कारण मार्ग अवरुद्ध हुआ है। इससे पहले हाईवे मनेरी डैम और बंंदरकोट में भी बंद था, जिसे सुचारु कर दिया गया।
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग करीब 85 घंटे बाद मंगलवार की शाम को केवल एक घंटे के लिए खुला। इसके बाद डाबरकोट के पास पहाड़ी से मलबा व पत्थर आने से हाईवे फिर अवरुद्ध हो गया।
राजमार्ग सिल्क्यारा के पास मार्ग अवरुद्ध हुआ है। जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में वर्षा होने के कारण अभी राजमार्ग को खोलने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
टिहरी में 12 लिंक रोड बंद हैं। भिलंगना ब्लॉक के पांच गांव में बिजली आपूर्ति बाधित है। टिहरी झील का जलस्तर 808 मीटर है।
चंपावत व बागेश्वर में आज 12वीं तक के सभी स्कूल बंद:
भारी वर्षा के अलर्ट को देखते हुए 26 जुलाई को चंपावत व बागेश्वर जिले में 12वीं तक के सभी स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र में अवकाश घोषित किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में पीएमजीएसवाई की 140 सड़कें बंद:
देहरादून अतिवृष्टि के कारण राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत आने वाली 140 सड़कें बंद हैं। ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में हुई विभागीय समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई।
इन सड़कों में 109 गढ़वाल मंडल और शेष कुमाऊं मंडल की हैं। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सड़कों को अविलंब खुलवाया जाए, ताकि ग्रामीणों को आवागमन में आ रही कठिनाइयों को दूर किया जा सके।
उन्होंने आपदा से ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों आदि को पहुंची क्षति की रिपोर्ट आपदा कंट्रोल रूप में नियमित रूप से प्रेषित करने को भी कहा। मंत्री जोशी ने यह भी निर्देश दिए कि पीएमजीएसवाई की सड़कों के अवशेष निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए।
साथ ही इस योजना में सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहीत भूमि का संबंधित ग्रामीणों को अविलंब मुआवजा प्रदान करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।