मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुशासन दिवस पर सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता व सुशासन पुरस्कार से सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए उन्हें भारतीय राजनीति का अजातशत्रु बताया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वर्ष 2020-21 और वर्ष 2021-22 के लिए विभिन्न श्रेणियों में मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार प्रदान किए।
सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं:
रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने आशा जताई कि सभी आगे इसी मनोयोग से कार्य करते रहेंगे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वर्ष 2021-22 के लिए व्यक्तिगत श्रेणी-एक में आइएएस विशाल मिश्रा, डा राजीव कुमार, एसएसपी अजय सिंह, डा राजीव कुमार शर्मा, दृष्टि आनंद, मनीष खत्री और कांस्टेबल नवीन कठैत को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। व्यक्तिगत श्रेणी-तीन में यह पुरस्कार आशीष कुमार मिश्रा और रंजना को दिया गया।
सामूहिक श्रेणी में पुरस्कार ग्रुप लीडर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी एवं टीम, गुप लीडर सचिव चंद्रेश कुमार यादव व टीम, ग्रुप लीडर आयुक्त आवास सुरेंद्र नारायण पांडेय व टीम, ग्रुप लीडर आइएएस आशीष चौहान व टीम, ग्रुप लीडर आइएएस विजय कुमार जोगदंडे व टीम को दो पुरस्कार प्रदान किए गए।
इनके अलावा ग्रुप लीडर आइएएस स्वाति एस भदौरिया, ग्रुप लीडर आइएएस हिमांशु खुराना व टीम और एसपी श्वेता चौबे व टीम को पुरस्कार दिया गया। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2020-21 के लिए व्यक्तिगत श्रेणी-एक में आइएएस मयूर दीक्षित, पीसीएस युक्ता मिश्र, प्रोफेसर कमल किशोर पांडेय, डा अनीता तोमर, पंकज कुमार उपे्रती और विमी जोशी को सम्मानित किया।
व्यक्तिगत श्रेणी-तीन में यह पुरस्कार रंजना को दिया गया है। सामूहिक वर्ग में ग्रुप लीडर शैलेश बगोली व टीम को दो पुरस्कार प्राप्त हुए। इनके अलावा ग्रुप लीडर सोनिका व टीम, ग्रुप लीडर ईवा आशीष श्रीवास्तव व टीम, ग्रुप लीडर डा. आशीष कुमार त्रिपाठी व टीम, ग्रुप लीडर नीतिका खंडेलवाल व टीम, ग्रुप लीडर अभिषेक त्रिपाठी व टीम को प्रदान किया गया।
पांच आइएएस को ‘उत्कृष्ट जिलाधिकारी पुरस्कार’:
सुशासन दिवस पर राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने पांच आइएएस अधिकारियों को ‘उत्कृष्ट जिलाधिकारी पुरस्कार-2022’ प्रदान किए। इन जिलाधिकारियों में विनय शंकर पांडे (हरिद्वार), धीराज सिंह गब्र्याल (नैनीताल), डा आशीष चौहान (पौड़ी), मयूर दीक्षित (रुद्रप्रयाग) व हिमांशु खुराना (चमोली) शामिल हैं।
समारोह में राज्यपाल ने कहा कि टाप टू बाटम और बाटम टू टाप शासन प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन व जनता के बीच प्रत्यक्ष, भावनात्मक जुड़ाव की आवश्यकता है। जनता की समस्याओं को मेहनती व सजग अधिकारियों और उनकी टीम के संयुक्त प्रयासों से दूर किया जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि सुशासन में जिला प्रशासन की भूमिका महत्वपूर्ण है। सरकार की योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने के लिए यह सबसे अहम सीढ़ी है। उन्होंने कहा कि सुशासन का उद्देश्य समावेशी और सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि असाधारण व्यक्तित्व के धनी वाजपेयी सुशासन की प्रतिमूर्ति माने जाते थे। उनका मानना था कि समग्र प्रयासों से ही सुशासन प्राप्त किया जा सकता है। यह नागरिकों के सशक्तीकरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे हम समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचा सकते हैं।
सचिव राज्यपाल डा रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि राज्यपाल की प्रेरणा से इस वर्ष पहली बार जिलों में जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन, अभिनव प्रयोग व उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलाधिकारियों को सम्मानित किया गया है। पूर्व में ऐसी व्यवस्था नहीं थी। सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार सुमन ने चयन की प्रक्रिया पर रोशनी डाली। समारोह में सचिव एसएन पांडे, अपर सचिव ललित मोहन रयाल, कमेंद्र सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारियों की उपलब्धियां:
विनय शंकर पांडेय :- कोविड लाकडाउन के बाद पहली बार हुई कांवड़ यात्रा का सुचारू प्रबंधन और सफाई अभियान
धीराज सिंह गर्ब्याल :- नवोन्मेष के साथ ही सेब उत्पादन को लेकर प्रयास व पर्यटन के क्षेत्र में रोजगारपरक योजनाओं का क्रियान्वयन
डा. आशीष चौहान :- पिथौरागढ़ में तैनाती के दौरान बेडू उत्पादों को बढ़ावा देकर इससे महिला स्वयं सहायता समूहों को जोड़ना।
मयूर दीक्षित :- उत्तरकाशी में तैनाती के दौरान पर्यटन, स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर कार्य। हाल में संपन्न केदारनाथ यात्रा का सफल प्रबंधन
हिमांशु खुराना :- बदरीनाथ धाम व हेमकुंड साहिब यात्रा का सफल प्रबंधन। बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के अनुरूप निर्माण कार्यों की समय पर शुरुआत