रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के गांधी हॉल में पहुंचकर सेवा पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर युवाओं के सवालों के बहुत ही सहेजता एवं सरलता से जवाब दिए।
युवा संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपने बीच पाकर युवा बहुत ही प्रफुल्लित एवं उत्साहित हुए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गांधी हॉल में पहुंचते ही युवाओं ने पूरी गर्मजोशी के साथ मुख्यमंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन किया। कार्यक्रम में 800 युवाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम में निशा सिंह ने बैकलोग के पद भरे जाने तथा बरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में प्रश्न किया, जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बैकलोग ही नहीं अन्य रिक्त पदों को भरना भी सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में नकल एवं पेपर लीक की शिकायत पर तुरंत एक्शन लेते हुए डीजीपी को तत्काल जांच के निर्देश दिए गए थे, जिसमें अब तक 41 गुनहगारों की गिरफ्तारियां हो चुकी है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार व्यक्तियों की संपत्तियां कुर्क करने के आदेश दिए गए हैं तथा उन पर गैंगस्टर के साथ ही अन्य धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जब तक घोटाले में शामिल हर एक व्यक्ति जेल नहीं पहुंच जाता, तब तक जांच चलती रहेगी। उन्होंने कहां कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से भर्ती होने वाले 7000 पदों को तत्काल भरने के लिए, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को भर्ती के लिए नामित किया गया है। उन्होंने कहा कि 7000 भर्तियों के लिए लोक सेवा आयोग द्वारा अक्टूबर माह में विज्ञप्ति जारी हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा समय सारणी निर्धारित कर ली गई है जो कि शीघ्र ही जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही राज्य के विभिन्न विभागों में रिक्त 12000 पदों को भी शीघ्र ही भरा जाएगा।
राहुल भट्ट ने देश की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में प्रधानमंत्री द्वारा अर्थव्यवस्था बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में पूछा, जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए अधिक उपज उत्पादन पर जोर दिया गया है, जिसके परिणाम स्वरूप खाद्यान्न आयात नहीं करना पड़ रहा और भारत खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की जीडीपी की बहुत बड़ी धनराशि रक्षा उपकरण एवं हथियार खरीदने में जाती थी, रक्षा उपकरणों के आयात के विपरीत भारत रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहा है तथा रक्षा उपकरण आयात के स्थान पर निर्यात की ओर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले 8 सालों में सकल घरेलू उत्पाद दोगुना हुआ है तथा प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि 2010 में भारत विश्व की 10वीं बड़ी अर्थव्यवस्था थी परंतु अब भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। उन्होंने कहा कि देश में जब पोलियो वायरस आया था तब देश को पोलियो की दवाई मिलने में 15 साल का वक्त लग गया था, परंतु जब कोरोना ने विश्व भर में दस्तक दी तो विश्व जगत यह चिंता कर रहा था कि यदि भारत में यह बीमारी फैली तो विश्व के लिए भारत जिम्मेदारी बन जाएगा परंतु पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश के सभी नागरिकों को प्रथम व द्वितीय डोज के साथ ही बूस्टर डोज भी फ्री में लगाई गई तथा विश्व के अन्य देशों को भी कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध कराई गई। उन्होंने कहा कि कोरोना कॉल में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को घर चलाने एवं चूल्हा जलाने के लिए प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री ही नहीं बल्कि अभिभावक होने के नाते पूरे देश की चिंता की और किसी भी गरीब को भूखा न सोना पड़े, इसलिए गरीब कल्याण अन्न योजना चलाई तथा सभी परिवारों के लिए अन्न की व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रही है।
विभाष ने वर्तमान आयु में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वस्थ रहने के बारे में जानना चाहा, जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 घंटे में से 20 घंटे काम करने के बावजूद भी तरोताजा रहते हैं, उनमें जो ऊर्जा क्षमता सवेरे रहती है वही ऊर्जा क्षमता रात में भी रहती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वस्थ रहने का सबसे बड़ा राज अनुशासन, नियम एवं संयम का ही परिणाम है, जिसके कारण वे आज भी 25 वर्ष के नौजवानों जैसे ही ऊर्जावान दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्ति को अनुशासन के साथ ही व्यायाम एवं शारीरिक गतिविधियां करने के लिए समय निकालना चाहिए और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।
प्रशांत ने नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पश्चात भारत के पाक तथा चीन संबंधों में आए परिवर्तन के बारे में जानना चाहा, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भी सैनिक का बेटा हूं और मेरे पिताजी ने 30-32 साल देश की विभिन्न क्षेत्रों में रहकर सेवा की है। उन्होंने कहा कि मेरे पिताजी शांति सेना में श्रीलंका भी गए थे। उन्होंने कहा कि बचपन में मेरे मन मे भी यह सवाल आता था कि भारत-पाक युद्ध हुआ तो हमारी जीत निश्चित होगी परंतु जब चाइना के साथ युद्ध की बात आती थी तो मन में संशय के बादल छाए रहते थे।