मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर आमजन अब 24 घंटे अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे। हेल्पलाइन में अब वेब पोर्टल, मोबाइल एप और आडियो काल रिकार्डिंग फीचर की सुविधा भी दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के नए प्रारूप की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इससे आमजन की शिकायतों का त्वरित गति से निस्तारण हो सकेगा।
मंगलवार को सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हेल्पलाइन की माह में दो बार समीक्षा की जाए। माह के अंतिम सप्ताह में वह स्वयं भी इसकी समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि आमजन को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के प्रति जागरूक किया जाए।
यह सुनिश्चित हो कि जनसमस्याओं और शिकायतों के निस्तारण के साथ ही इसका लाभ आमजन को मिले। सुशासन सरकार का उत्तरदायित्व है। सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के सरकार के उद्देश्य में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि शिकायतों का निस्तारण जिस स्तर पर होना है, वहीं इसे निस्तारित कर लिया जाए। यह आवश्यक नहीं कि तहसील स्तर की समस्या के निस्तारण के लिए जिलाधिकारी कार्यालय आया जाए। उन्होंने कहा कि जिस स्तर पर अधिकारी इसमें लापरवाही कर रहे हैं उनकी जिम्मेदारी तय की जाए।
उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त 1064 एप को और अधिक सशक्त बनाने के निर्देश भी दिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद बद्र्धन, प्रमुख सचिव एल फैनई, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, अरविंद सिंह ह्यांकी, डा पंकज कुमार पांडेय, बीवीआरसी पुरुषोत्तम व निदेशक आइटीडीए नितिका खंडेलवाल आदि उपस्थित थे।
प्रत्येक माह के चौथे मंगलवार लगेगा जिलाधिकारी जन समर्पण दिवस:
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि माह के पहले और तीसरे मंगलवार को तहसील जन समर्पण दिवस का आयोजन किया जाए। चौथे मंगलवार को जिलाधिकारी जन समर्पण दिवस पर समस्याओं का निस्तारण किया जाए। सभी समस्याओं एवं जन समस्याओं को आनलाइन रजिस्टर किया जाए। जिन समस्याओं का निस्तारण तहसील व जिला स्तर पर नहीं हो रहा हो, उन्हीं शिकायतों को मुख्यमंत्री कार्यालय को संदर्भित किया जाए।