दून स्थित अंतरराज्यीय बस अड्डा (आइएसबीटी) में किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में दून पुलिस ने दिल्ली के कश्मीरी गेट आइएसबीटी में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए, जिसमें आरोपित बस चालक और किशोरी एक साथ देखे गए हैं। जिससे यह भी स्पष्ट होता है कि बस चालक ने दिल्ली में ही वारदात को अंजाम देने के लिए षड्यंत्र रच लिया था। पुलिस ने फुटेज अपने पास सुरक्षित रख ली है। इधर, पीड़िता के भी मजिस्ट्रेटी (164) बयान दर्ज करा लिए गए हैं। पुलिस ने आरोपितों से पूछताछ के लिए कोर्ट से तीन दिन की रिमांड मांगी है। जिस पर अदालत गुरुवार को निर्णय देगी।
आइएसबीटी परिसर में बस के अंदर सामूहिक दुष्कर्म
12 अगस्त की देर रात दिल्ली से देहरादून पहुंची किशोरी के साथ पांच आरोपितों ने आइएसबीटी परिसर में बस के अंदर सामूहिक दुष्कर्म किया था। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की काउंसलिंग के बाद 17 अगस्त को यह मामला पुलिस के पास पहुंचा। 18 अगस्त को पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने इस मामले में आरोपित धर्मेंद्र कुमार निवासी ग्राम बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला (चालक), देवेंद्र निवासी चुड़ियाला, भगवानपुर हरिद्वार (परिचालक), रवि कुमार निवासी ग्राम सिला थाना नवाबगंज जिला फर्रुखाबाद (चालक), राजपाल राणा निवासी बंजारावाला ग्रांट थाना बुग्गावाला हरिद्वार (चालक) और राजेश कुमार सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर (कैशियर) को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। दूसरी ओर, घटना की जांच के लिए गठित की गई एसआइटी मंगलवार को दिल्ली के कश्मीरी गेट आइएसबीटी पहुंची। पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज हासिल की। बताया जा रहा है कि फुटेज में किशोरी आरोपित चालक धर्मेंद्र कुमार से बात करती दिख रही है। सर्विलांस टीम दिल्ली से देहरादून के बीच के बस स्टाप के सीसीटीवी कैमरे भी खंगालेगी। कैमरों की फुटेज को पटेलनगर कोतवाली में जमा करा दिया गया है।
बुधवार को पीड़िता के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराने के साथ ही पुलिस ने साक्ष्य संकलन के लिए आरोपितों की रिमांड को कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल किया है।