नैनीताल में शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए एक शत्रु संपत्ति पर कार्रवाई भी की है।
इस तरह प्रशासन ने कार्रवाई कर जता दिया है कि अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कुछ समय पहले नैनीताल में मेट्रोपोल शत्रु संपत्ति के खिलाफ कार्रवाई की गई और अब 4 अन्य शत्रु संपत्ति पर से भी अतिक्रमण हटाए जाने की तैयारी है। डीएम वंदना सिंह ने बताया कि जिले में पांच शत्रु संपत्ति हैं। जिनमें से एक से अतिक्रमण हटाया गया है। अन्य 4 में कार्रवाई होनी बाकी है। यहां आपको शत्रु संपत्ति क्या होती है, ये भी बताते हैं। शत्रु संपत्ति यानी दुश्मन की संपत्ति। फर्क बस इतना है कि ये दुश्मन वो शख्स हो सकता है, जो दुश्मन देश मे रह रहा हो। जैसे भारत-पाकिस्तान के बंटवारे में जो लोग पाकिस्तान चले गए। वो जमीन, घर, मकान, हवेलियां, कोठियां समेत सबकुछ यहीं छोड़कर चले गए।
इन संपत्तियों को सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया। ऐसी संपत्ति को ही शत्रु संपत्ति कहा जाता है। नैनीताल जिले में ऐसी पांच शत्रु संपत्तियां हैं, जिनमें से एक से अतिक्रमण हटाया गया है। डीएम वंदना सिंह ने कहा कि 4 अन्य शत्रु संपत्तियों में से दो शत्रु संपत्ति हल्द्वानी, जबकि दो नैनीताल शहर में है। इन पर लोगों ने कब्जा किया हुआ है। कब्जा हटाने के लिए विधिक कार्रवाई की जा रही है, जैसे ही वैधानिक कार्रवाई पूर्ण होगी, तत्काल अतिक्रमण हटाया जाएगा। बता दें कि धामी सरकार सरकारी जमीन से अवैध कब्जे हटवाने के लिए अभियान चलवा रही है। शहर से लेकर कस्बों और गांवों तक अवैध कब्जे हटवाए जा रहे हैं। शत्रु संपत्ति (Nainital Enemy Property Bulldozer) भी कब्जामुक्त करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।