
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज उनके टेस्ट करियर की आखिरी सीरीज रही। पांचवें टेस्ट में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 49 से हराकर सीरीज 2-2 पर समाप्त की।
इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड संन्यास लेने के बाद इमोशनल नजर आए। उन्होंने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में बताया कि उन्हें अपनी जिंदगी में एक बात का पछतावा हमेशा रहने वाला है। आइए जानते हैं स्टुअर्ट ब्रॉड को किस बात का मलाल रहेगा?
Ashes 2023: Stuart Broad को इस बात का हमेशा रहेगा मलाल
दरअसल, स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब मैदान पर आखिरी बार बल्लेबाजी के लिए उतरे तो उन्होंने बल्ले से पारी का अंत शानदार किया। उन्होंने अपनी पारी की आखिरी गेंद पर छक्का जड़ा। इसके अलावा गेंदबाजी में अपनी आखिरी गेंद पर विकेट लेकर अपने आखिरी मैच को यादगार बनाया, लेकिन संन्यास लेने के बाद स्टु्र्ट ब्रॉड इमोशनल नजर आए।
उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा इस बात का पछतावा रहेगा कि उन्हें एजबेस्टन टेस्ट में नई गेंद का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। स्टुअर्ट ने कहा कि मुझे क्रिकेट में ज्यादा कोई पछतावा नहीं है, लेकिन मुझे एजबेस्टन टेस्ट में नई गेंद का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था, लेकिन हम इसे करने में नाकाम रहे और कमिंस और लियोन को बल्लेबाज करना आसान हो गया। अगर मैं टाइम मशीन में वापस जाऊं तो मैं पुरानी गेंद से ही गेंदबाजी करना चाहूंगा। लिहाजा, अंत में अगर आप एक मजबूत टीम ऑस्ट्रेलिया से हारते है तो आपको अपना सिर ऊपर रखना चाहिए।
बता दें कि तेज गेंदबाज ब्रॉड ने बेल्स से छेडछाड़ के बाद दो कंगारू खिलाड़ियों को आउट करने की अनोखी तरकीब निकाली। ब्रॉड ने दोनों पारियों में टॉड मर्फी और मार्नस लाबुशेन को माइंड गेम से आउट किया। स्टुअर्ट ने इस बारे में कहा कि अगर मुझे ये 10 साल पहले एहसास हो जाता तो ये बहुत अच्छा होता। मुझे मार्नस लाबुशेन को आउट होता देख काफी हंसी आई। थोड़ा निराशाजनक मैच हो रहा था तो मैंने बेल्स बदली और ये काम कर गया