मनमोहक नजारों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत समेटे हाफलोंग असम का एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। अगर आप नेचर लवर हैं, तो यहां एक्सप्लोर करने के लिए काफी कुछ है। गुवाहटी से लगभग 300 और सिलचर से 100 किमी. की दूरी पर है बसी है यह नायाब जगह। हाफलांग असम के दिमा हसाओ जिले में स्थित है। समुद्र तल से लगभग 680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस जगह को असम आकर देखना न भूलें। इस हिल स्टेशन को ‘व्हाइट एंट हिलाॅक’ के नाम से भी जाना जाता है। अगर आप घूमने के अलावा असम के कल्चर को करीब से देखना- जानना चाहते हैं, तो आपको यहां जरूर आना चाहिए।
हाफलोंग में आसपास के देखने योग्य स्थान:
हाफलोंग झील:
हैंगिंग ब्रिज ओवरपास के साथ हाफलोंग शहर के बीचों-बीच बनी यह एक सुंदर झील है। असम के सबसे बड़े प्राकृतिक जल स्त्रोतों में से एक हाफलौंग झील की खूबसूरती ऐसी है कि इसे ‘असम का स्कॉटलैंड’ भी कहा जाता है। हाफलोंग झील देखने का प्लान आप पूरे साल में कभी भी बना सकते हैं।
हाफलोंग हिल:
हाफलोंग का मुख्य आकर्षण है हाफलोंग हिल। हरी-भरी पहाड़ियां और यहां का शांत वातावरण, इस जगह को और ज्यादा खास बना देता है। हाफलोंग हिल उन लोगों के लिए एकदम परफेक्ट है, जो रिलैक्स होकर प्रकृति का करीब से दीदार करना चाहते हैं।
सिलचर:
हाफलोंग से सिलचर शहर सबसे नजदीक है। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती, विविध संस्कृति पर्यटकों को खासतौर से आकर्षित करती है। यह असम का दूसरा बड़ा शहर है। एडवेंचर पसंद, रिलैक्स वेकेशन मनाने वालों के लिए तो ये जगह बहुत अच्छी है।
मेबांग:
हाफलोंग से लगभग 47 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, मेबांग असम की कला और संस्कृति का एक प्राचीन केंद्र है। 17 वीं शताब्दी में यह शहर दीमास कचारी राज्य की राजधानी थी और अब इसे रामचंदी मंदिर के लिए खासतौर से जाना जाता है।
जटिंगा:
असम के दिमा हासो जिले की पहाड़ी में स्थित जतिंगा घाटी खूबसूरत के अलावा पक्षियों का सुसाइड पॉइंट के तौर पर ज्यादा मशहूर है। ऐसा कहा जाता है कि घरों में उज्ज्वल रोशनी से आकर्षित पक्षी इस जगह के लिए उड़ते हैं और किसी तरह से भ्रमित हो जाते हैं कि वे उड़ने में असमर्थ हैं और शिकारी द्वारा मार दिए गए हैं। इस जगह पर स्थानीय पक्षी ही नहीं, बल्कि प्रवासी पक्षी भी पहुंच कर सुसाइड कर लेते हैं। जिस वजह से जतिंगा गांव को काफी रहस्यमय माना जाता है।