
अगर आप नई गाड़ी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और आप कन्फ्यूज हैं कि आपको ऑटोमैटिक गाड़ी खरीदना चाहिए या फिर मैनुअल। तो ये खबर आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इस खबर के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं माइलेज के मामले में दोनों में कौन है बेस्ट?
ऑटोमैटिक गियरबॉक्स वाली कार
ज्यादातर मामलों में ऑटोमैटिक कारें वास्तव में अपने मैनुअल समकक्षों की तुलना में कम फ्यूल इनटेक करती हैं। लंबे समय में मैनुअल की तुलना में स्वचालित कार चलाना बहुत सस्ता हो सकता है। ऑटोमैटिक कारों को आम तौर पर बजट फ्रैंडली गाड़ियों के रूप में देखा जाता है। हालांकि मैनुअल की तुलना में इनकी कीमतें अधिक होती हैं। इनका गियर रेशियो बेहतर होता है अगर आप स्लो ड्राइव कर रहे हैं तो। कुछ आधुनिक ऑटोमैटिक कारें बेहतर इंजन दक्षता और इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिशन सिस्टम जैसी सुविधाओं का भी दावा करती हैं – ये दोनों फ्यूल की खपत को और भी कम करने में मदद कर सकती हैं।
मैनुअल गाड़ियां खरीदना कितना फायदे का सौदा?
बेहतर माइलेज पाने के लिए मैनुअल का उपयोग करने का मुख्य कारण यह है इसके गियर रेशियो को सेट करने के लिए आपको मैनुअली खुद का सहारा लेना पड़ता है, जो आपके सड़क परिस्तिथियों के अनुसार चेंज करने की अनुमति देता है। मैनुअल गियरबॉक्स वाली गाड़ियों में आप कार को गियर में डालते हैं, अपना पैर क्लच से हटाते हैं, और जब तक आप उसे नहीं हटाते तब तक कार उस गियर में ‘लॉक’ रहती है। लेकिन ऑटोमैटिक गाड़ियों में ऐसा नहीं होता है। मैनुअल गाड़ियों की कीमत ऑटोमैटिक से काफी कम होती हैं, जो इसे बजट फ्रेंडली और अधिक माइलेज देने वाला बनाती हैं।
दोनों में कौन बेस्ट?
अगर आपका ध्यान सिर्फ और सिर्फ माइलेज पर है तो आप मैनुअल गाड़ी खरीद सकते हैं। वहीं अगर आप कम थकाऊ वाली बेहतरीन ड्राइविंग एक्सपीरिएंस लेना चाहते हैं तो आपके लिए ऑटोमैटिक बेस्ट विकल्प साबित हो सकता है।