नैतिक जिम्मेदारी से भागने वालीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग ने शिकंजा कसने का नया तरीका निकाल दिया है। इसके लिए विभाग की ओर से पोषण ट्रेकर एप लांच किया गया है। जिस पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हर दिन नौनिहालों के साथ सेल्फी खींचकर फोटो अपलोड करना होगा। इसके साथ ही लाइव लोकेशन भी शेयर करनी होगी।
ऐसे बरती जा रही लापरवाही
दरअसल, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों में पारदर्शिता को लेकर लंबे समय से प्रयास किए जा रहे थे। अभी तक विभाग को रजिस्टर में हाजरी दर्ज कर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा रही थी। प्रदेश के कई आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे भी संचालित हो रहे हैं, जहां आंगनबाड़ी केंद्र को संचालित करने के लिए गांव की महिलाओं को तैनात किया गया है। विभाग की ओर से इस तरह के सिंडिकेट को तोड़ने का प्रयास लंबे समय से किया जा रहा था। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के निदेश प्रशांत आर्य ने बताया कि अब हर दिन पोषण ट्रेकर एप पर आंगनबाड़ी केंद्र की गतिविधियों को अपलोड करना होगा।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते
खास बात यह है कि ट्रेकर एप पर हर दिन नौनिहालों के साथ कार्यकर्ता को सेल्फी खिंचकर फोटो अपलोड करनी होगी। यानी कि हर दिन के काम का 90 प्रतिशत देना होगा। जिसका मूल्यांकन विभागीय अधिकारी करेंगे। कार्य संतोषजन न पाए जाने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अब अपनी नैतिक जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते हैं।