प्रदेश में अब हेली सेवाओं का दायरा धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। इस कड़ी में अब प्रदेश सरकार ने तीन और स्थानों के लिए हेली सेवाएं चलाने का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत अब देहरादून को नैनीताल व जोशीमठ और हल्द्वानी को मुनस्यारी से जोडऩे की तैयारी है।
हेली सेवाओं को लगातार विस्तार दे रही है सरकार:
पर्यटन एवं तीर्थाटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण देवभूमि की वादियों की हवाई सैर अब आसान और सुलभ हो रही है। सैलानियों को आकर्षित करने के उद्देश्य से सरकार हेली सेवाओं को लगातार विस्तार दे रही है। इस क्रम में प्रदेश में नए हेलीपैड भी बनाए जा रहे हैं।
केंद्र सरकार की उड़ान योजना की खासी अहम भूमिका:
हेली सेवाओं को विस्तार देने में केंद्र सरकार की उड़ान योजना की खासी अहम भूमिका है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में अभी देहरादून से चिन्यालीसौड़, देहरादून से गौचर, देहरादून से टिहरी, देहरादून से श्रीनगर, देहरादून से अल्मोड़ा तथा हल्द्वानी से पिथौरागढ़ के लिए हेली सेवाओं का संचालन किया जा रहा है।
तीर्थाटन को देहरादून से केदारनाथ व चमोली जिले के विभिन्न स्थानों से केदारनाथ व हेमकुंड साहिब के लिए हेली सेवाएं संचालित की जा रही हैं।
देहरादून से नैनीताल और देहरादून से जोशीमठ हेली सेवा भी शामिल:
अब इन हेली सेवाओं में तीन और हेली सेवाओं को जोडऩे की तैयारी चल रही है। इसमें से दो हेली सेवाएं देहरादून से संचालित होंगी। इसमें देहरादून से नैनीताल और देहरादून से जोशीमठ हेली सेवा शामिल है। इसके साथ ही हल्द्वानी से मुनस्यारी को भी हेली सेवा के लिए उपयुक्त पाते हुए यहां भी हेली सेवा शुरू करने की तैयारी है।
प्रदेश में हेली सेवाओं को विस्तार देने की तैयारी चल रही है। इस कड़ी में विभाग ने उड़ान योजना के तहत नई हेली सेवाओं का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है। केंद्र से इन सेवाओं को मंजूरी मिलने की उम्मीद है।’