मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में भारी वर्षा के कारण उत्पन्न आपदा की स्थिति की मंगलवार को सचिवालय में बैठक में समीक्षा की। जिलेवार स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावितों को दिए जाने वाले मुआवजे में व्यवहारिकता का ध्यान रखा जाए। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बीमार व्यक्तियों विशेषकर गर्भवती महिलाओं को हेली सेवा उपलब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को हेली सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बरसात के तुरंत बाद प्रदेश की सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाए। राज मार्गों के साथ ही ग्रामीण सड़कों को खोलने की सुचारू व्यवस्था की जाए। उन्होंने राजधानी देहरादून की सड़कों की अविलंब आवश्यक मरम्मत के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में भारी वर्षा के कारण उत्पन्न आपदा की स्थिति की मंगलवार को सचिवालय में बैठक में समीक्षा की। जिलेवार स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावितों को दिए जाने वाले मुआवजे में व्यवहारिकता का ध्यान रखा जाए। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बीमार व्यक्तियों, विशेषकर गर्भवती महिलाओं को हेली सेवा उपलब्ध कराई जाए।
बरसात के कारण जो सड़कें बंद अथवा क्षतिग्रस्त हो रही हैं, उन्हें तुरंत खोलने के साथ ही वैकल्पिक मार्गों पर भी ध्यान केंद्रित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात के दौरान अथवा पहले जो भी सड़कें खराब हुई हैं, उनकी मरम्मत से संबंधित डीपीआर व टेंडर प्रक्रिया अभी से शुरू कर दी जाए। इससे बरसात समाप्त होते ही सड़कों के मरम्मत का कार्य शुरू हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को समय से मुआवजा दिया जाए, साथ ही अधिकारी आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण कर प्रभावितों के मददगार बनें। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों के साथ नदियों के जलस्तर, भूस्खलन, बंद सड़कों, जानमाल की क्षति, मुआवजा वितरण की भी समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय व राज्य राज मार्गों को खोलने के साथ ही प्रभावित स्थानों पर उपकरणों की व्यवस्था भी की जाए। बैठक में मुख्य सचिव डा एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद बद्र्धन, सचिव लोनिवि डा पंकज कुमार पांंडेय के साथ ही सभी जिलाधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।