केंद्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के प्रतिनिधिमंडल पर कटाक्ष किया और पूछा कि वे मणिपुर मुद्दे पर चर्चा से क्यों भाग रहे हैं? हम तो पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
संसद में अनुभव साझा करें आइएनडीआइए दल:
उन्होंने कहा कि मणिपुर से लौटे सभी 21 विपक्षी सांसदों से मेरा अनुरोध है कि वे कल सदन में मणिपुर पर चर्चा में शामिल हों और अपने अनुभव भी साझा करें। मालूम हो कि विपक्षी गठबंधन का 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को ही हिंसाग्रस्त मणिपुर का दो दिवसीय दौरा कर लौटा है।
विपक्षी सांसदों पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरा विपक्ष के सांसदों से यह भी अनुरोध है कि वह सदन समेत पूरे देश को यह भी बताएं कि कैसे कांग्रेस शासन में पहले जब मणिपुर पांच-पांच, छह- छह महीने तक जलता था और सैकड़ों लोगों की जान चली जाती थीं, तब भी पीएम या गृह मंत्री का सदन में कोई बयान नहीं आता था।
विपक्षी सदस्यों पर चर्चा से भागने का लगाया आरोप
अनुराग ने विपक्षी सदस्यों पर संसद में चर्चा से भागने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने 20 जुलाई को मानसून सत्र शुरू होने के बाद ही राज्य में जातीय हिंसा पर बहस की पेशकश की थी।
एक बार भी चर्चा में शामिल नहीं हुआ विपक्ष
उन्होंने कहा कि सदन चालू होने के पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं आगे आकर मणिपुर, राजस्थान, बंगाल और छत्तीसगढ़ में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर कड़ा बयान दिया। मेरा सीधा सवाल है कि आखिर विपक्ष चर्चा से क्यों भाग रहा है? दो हफ्तों में विपक्ष एक बार भी मणिपुर मसले पर चर्चा के लिए सामने नहीं आया है।