उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदल गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक बादल मंडरा रहे हैं। मौसम बदलने के साथ ही बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब समेत आसपास की चोटियों पर हिमपात हुआ है। जिससे निचले इलाकों में भी ठिठुरन बढ़ गई है। हालांकि मैदानी क्षेत्रों में दिनभर धूप खिली रही। मौसम विभाग के अनुसार, आज भी पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। देहरादून समेत ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में सुबह कोहरा छाने और दिन में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। मंगलवार को सुबह से ही दून समेत आसपास के क्षेत्रों में सुबह हल्की धुंध और कोहरा छाया रहा। हालांकि, दिन में धूप खिली रही। दोपहर बाद कहीं-कहीं हल्के बादल भी मंडराते रहे। दून में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। जबकि, न्यूनतम तापमान सामान्य है। सुबह-शाम ठिठुरन बनी हुई है। उधर, पर्वतीय क्षेत्रों में दिनभर आंशिक बादलों के बीच हल्की धूप खिली रही। शाम को बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब में हल्की बर्फबारी का क्रम शुरू हुआ। इसके अलावा भी कई चोटियों पर हल्की बर्फ पड़ी। जिससे निचले क्षेत्राें में भी रात को सर्द हवाएं चलने लगीं।
आज पहाड़ों पर छाए रहेंगे बादल
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज भी पहाड़ों कहीं-कहीं आंशिक बादल छाए रह सकते हैं। मैदानी क्षेत्रों में सुबह कोहरा छाने और दिन में आसमान साफ रहने के आसार हैं। अगले कुछ दिनों में पारे में और गिरावट आने के साथ ही शीत लहर चलने की आशंका है।
शहर, अधिकतम, न्यूनतम
देहरादून, 24.8, 7.0
ऊधमसिंह नगर, 26.0, 5.2
मुक्तेश्वर, 18.0, 6.3
नई टिहरी, 17.4, 6.5
मौसम के साथ रूपनगर-बद्रीपुर में एक सप्ताह से पेयजल संकट
जोगीवाला के निकट रूपनगर-बद्रीपुर में एक सप्ताह से पानी का संकट बना हुआ है। आपूर्ति ठप होने से क्षेत्रवासी परेशान हैं और जल संस्थान से कार्रवाई की गुहार भी लगा चुके हैं। हालांकि, उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।
चौराहे पर फर्राटा से दौड़ रही थी नगर आयुक्त की एस्कॉर्ट गाड़ी, नियम तोड़ने पर
उठाया ऐसा कदम कि सभी कर रहे सराहना
क्षेत्रवासी किराये के टैंकर से जरूरत के पानी की व्यवस्था करने को मजबूर हैं। रूपनगर विकास समिति बद्रीपुर जोगीवाला की ओर से जल संस्थान के रिंग रोड स्थित कार्यालय में पेयजल समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया गया है। जिसमें समिति के अध्यक्ष डीएस नेगी ने कहा है कि उनके क्षेत्र में करीब एक सप्ताह से पानी का संकट है। कहीं लो प्रेशर की समस्या बनी हुई है तो कहीं आपूर्ति पूरी तरह ठप है।