प्रदेश में इस वर्ष चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह नजर आ रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यात्रा शुरू होने के पहले 50 दिनों में ही अब तक लगभग 30 लाख श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं। गत वर्ष यात्रा 22 अप्रैल को शुरू हुई थी और 30 जून तक, यानी 68 दिनों में 30 लाख श्रद्धालुओं ने चारों धाम के दर्शन किए थे। प्रदेश सरकार इस वर्ष सुगम, सुरक्षित व निर्बाध चारधाम यात्रा के संचालन को लेकर लगातार प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष जनवरी माह से ही चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन के लिए बैठकों के साथ ही दिशा-निर्देश देने शुरू कर दिए थे। अधिकारियों को स्पष्ट किया गया था कि यात्रा को बेहद गंभीरता से लिया जाए। इन्हीं तैयारियों का असर रहा कि चारों धामों के कपाट खुलने के पहले दिन से ही बड़ी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु देवभूमि पहुंचना शुरू हो गए।
सीएम ने यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
शुरुआत में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से उत्पन्न हो रही चुनौतियों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने व्यवस्थाओं की कमान अपने हाथ में ली। नतीजा यह हुआ कि कुछ ही दिनों में व्यवस्थाएं सुचारू होना शुरू हो गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। इससे चारों धामों में यात्रा सुचारू रूप से चलने लगी।
आंकड़ों पर नजर डालें
इस वर्ष 10 मई को कपाट खुलने से लेकर 30 जून तक लगभग 30 लाख श्रद्धालु चार धामों में आ चुके हैं।