उत्तराखंड में सेब और कीवी मिशन को सफल बनाने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। इसके लिए वृहद स्तर पर इन दोनों फल प्रजातियों के पौधों का रोपण किया जा रहा है, जिसका परिणाम निकट भविष्य में बढ़े उत्पादन के रूप में सामने आएगा।
कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार देर शाम उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक के बाद यह बात कही। उन्होंने जानकारी दी कि वर्ष 2021-22 में राज्य में सेब व कीवी के 14.19 लाख पौधे प्रदेशभर में रोपे गए। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को तराई क्षेत्र में ड्रैगन फ्रूट व बेरी जैसे फलों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करने को कहा गया है।
एप्पल और कीवी से किसान बनेंगे आत्मनिर्भर:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा गुरुवार को की जाने वाली एप्पल व कीवी मिशन की समीक्षा बैठक से पहले बुधवार देर शाम कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री जोशी ने उद्यान विभाग की समीक्षा की। उन्होंने कीवी मिशन का उल्लेख करते हुए वर्ष 2020-21 में राज्य में कीवी के 93 हजार पौधे लगाए थे, जबकि वर्ष 2021-22 में 2.13 लाख पौधे रोपे गए। इसी तरह वर्ष 2020-21 में सेब की 2.43 लाख पौध का रोपण हुआ, जबकि वर्ष 2021-22 में 12.06 लाख पौधे रोपे गए। सीएम धामी ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में यह एक सार्थक कदम है।
प्रदेश में सेब उत्पादन में आएगी नई क्रांति:
कैबिनेट मंत्री जोशी के अनुसार राज्य में इस वर्ष सेब का उत्पादन 64000 मीट्रिक टन रहा, जिसमें उत्तरकाशी व अल्मोड़ा जिले अग्रिम स्थान पर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस वर्ष एप्पल मिशन में 35 करोड़ के बजट का प्रविधान किया है। इससे प्रदेश में सेब उत्पादन में नई क्रांति आएगी।
50 हजार पॉलीहाउस स्थापित करने का लक्ष्य:
कैबिनेट मंत्री जोशी ने यह भी बताया कि राज्य में अगले वर्ष जनवरी तक राज्य में 50 हजार पॉलीहाउस स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों को पर्वतीय क्षेत्रों में नींबू वर्गीय फलों के उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य करने को भी कहा। बैठक में सचिव दीपेंद्र चौधरी, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, उद्यान निदेशक डा एचएस बवेजा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।