भारत और श्रीलंका के बीच रविवार को कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में एशिया कप का फाइनल मैच खेला जाएगा। यह दोनों टीमें सुपर-4 चरण में शीर्ष दो स्थान पर रहीं। भारत ने आखिरी बार 2018 में यह टूर्नामेंट जीता था, जबकि श्रीलंका के सामने अपने खिताब की रक्षा करने की चुनौती होगी।
भारत की ताकत-
भारतीय टीम की सबसे बड़ी ताकत उनकी बल्लेबाजी है और इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान और नेपाल के विरुद्ध शीर्ष क्रम ने अपना दम दिखाया था। कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव बेहतरीन फार्म में चल रहे हैं और उन्होंने अब तक नौ विकेट झटके हैं। तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई जसप्रीत बुमराह कर रहे हैं और उनके साथ मोहम्मद सिराज भी हैं। वहीं, बांग्लादेश के विरुद्ध पिछले मैच में शार्दुल ने भी चमक बिखेरी थी।
श्रीलंका की ताकत-
फाइनल मैच कोलंबो में होना है और श्रीलंका को अपने घरेलू मैदान में प्रशंसकों की मौजूदगी में खेलने का फायदा मिलेगा- श्रीलंका के स्पिनर असालंका और वेलालागे अच्छी फार्म में हैं और इन्होंने भारत के विरुद्ध पिछले मैच में कुल नौ विकेट निकाले थे। कुसल मेंडिस और सदीरा समरविक्रमा ने अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया है।
भारत की कमजोरी-
भारतीय टीम पिछले कुछ वर्षों से बड़े मैचों में प्रदर्शन करने में विफल रही है। भारतीय बल्लेबाज पूरे टूर्नामेंट के दौरान स्पिनरों के विरुद्ध संघर्ष करते नजर आए। अक्षर की चोट ने टीम की चिंता बढ़ाई है।
श्रीलंका की कमजोरी-
मेजबान टीम के लिए उसकी बल्लेबाजी चिंता का विषय है। श्रीलंकाई बल्लेबाज भारत के विरुद्ध पिछले मैच में कम स्कोर का लक्ष्य प्राप्त नहीं कर सके थे। अनुभवी स्पिनर महेश तीक्षणा के चोटिल होने के कारण फाइनल मैच में उपलब्ध नहीं रहना चिंता का विषय है। टीम में अनुभवी खिलाड़ियों की कमी है, जिसके कारण श्रीलंका कई आसान मैच मुश्किल हालात में जीत सकी है।