विधानसभा के सोमवार से प्रारंभ होने वाले सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। समान नागरिक संहिता जैसा देश व राज्य के लिए महत्वपूर्ण विधेयक पेश होने के कारण यह विशेष हो गया है। इसीलिए इसे विशेष सत्र भी कहा जा रहा है।
बैठक में सत्र के पहले दिन का एजेंडा तय किया गया । इस बीच रविवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण की अध्यक्षता में हुई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सत्र के पहले दिन का एजेंडा तय किया गया। सोमवार को मंगलौर सीट से विधायक रहे दिवंगत सरवत करीम अंसारी के अलावा अन्य दिवंगत पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। आगे का एजेंडा तय करने के लिए सोमवार को कार्यमंत्रणा समिति की फिर से बैठक होगी। उधर, सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों ने ही सत्र के लिए अपने तरकश में तीर तैयार किए हैं। विधानसभा सत्र के लिए पांच से आठ फरवरी तक की अवधि निर्धारित की गई है। सत्र के दृष्टिगत विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी की अध्यक्षता में रविवार को विधानसभा भवन के सभागार में सर्वदलीय नेताओं की बैठक हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने दलीय नेताओं से सत्र को व्यवस्थित और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संचालित करने में सहयोग की अपेक्षा की। विपक्ष की ओर से राज्य और राज्यवासियों के हित से जुड़े विषयों पर सहयोग देने की बात कही।
समान नागरिक संहिता की दी गई जानकारी
तत्पश्चात विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक भी विधानसभा अध्यक्ष खंडूड़ी की अध्यक्षता में हुई। इसमें पहले दिन का एजेंडा तय किया गया। इस अवसर पर संसदीय कार्यमंत्री के रूप में बैठक में शामिल हुए कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट सरकार को मिलने और इससे संबंधित विधेयक सदन में पेश किए जाने के निर्णय की जानकारी दी। बैठकों में कैबिनेट मंत्री उनियाल के अलावा नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह, बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद, भाजपा विधायक खजानदास उपस्थित थे।
ये विधेयक हो सकते हैं पेश
-समान नागरिक संहिता विधेयक
-राज्य आंदोलनकारियों के लिए सरकारी सेवा में क्षैतिज आरक्षण विधेयक
-खिलाड़ियों के लिए सरकारी सेवा में चार प्रतिशत आरक्षण विधेयक
-पंचायती राज अधिनियम में संशोधन