विधानसभा सत्र के दौरान सरकार गिराने के षडयंत्र का मामला उठाए जाने पर हरिद्वार से भाजपा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसे बेहद गंभीर बताते हुए विधानसभा अध्यक्ष से इसकी जांच की मांग की है। उन्होंने सरकार के खुफिया तंत्र पर भी सवाल खड़े किए। हरिद्वार जिले के खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने सदन में यह विषय उठाया था। इसके बाद से इस पर राजनीति गर्म है। पहले हरिद्वार के पूर्व सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सरकार गिराने के षडयंत्र संबंधी बयान देने वाले विधायक पर ही सवाल दागे थे। उन्होंने कहा कि विधायक को विधानसभा में दिए गए बयान को तथ्यों के साथ साबित करना चाहिए।
त्रिवेंद्र बोले- उत्तराखंड का मखौल उड़ाया जा रहा है
निशंक के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी मसूरी में इस विषय को उठाया। गुरुवार को उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में सरकार गिराने का बयान देकर उत्तराखंड का मखौल उड़ाया गया है। सदन में सभी विधायकों की इस बयान पर चुप्पी को भी उन्होंने निशाने पर लिया। उन्होंने हरिद्वार लोकसभा सीट से उनके प्रतिद्वंद्वी रहे खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की विश्वसनीयता, अनुभव और उत्तराखंड से उनके सरोकार को लेकर कठघरे में खड़ा किया।
लगता है आग के निकट पहुंच गए निशंक: हरीश रावत
पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री निशंक के सरकार गिराने संबंधी प्रकरण में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दी। इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि निशंक भी सरकार गिराने की साजिश का पर्दाफाश चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो केवल धुएं को देखकर अंदाज लगा रही है, लेकिन लगता है, वह आग के नजदीक तक पहुंच गए हैं।