अतिवृष्टि के कारण हुए भूस्खलन से बाधित सड़कों को खोलने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देशों का असर दिखने लगा है। केवल चार दिन में ही बंद पड़े 307 मार्गों को यातायात के लिए खोल दिया गया है। यद्यपि, वर्तमान में राज्य के विभिन्न जिलों में 174 सड़कें अवरुद्ध हैं, जिन्हें शीघ्र खोलने के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन सचिव ने सड़कों को खोलने के संबंध में की गई कार्रवाई और जो मार्ग नहीं खुल पाए हैं उसके कारण सहित विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट 25 सितंबर को उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि संबंधित विभागों के साथ बैठक कर जो मार्ग बंद हैं, उन्हें खोलने के लिए प्रभावी रणनीति बनाई जाए। यह भी स्पष्ट किया है कि जिस प्रकार का भी सहयोग मार्गों को खोलने के लिए संबंधित विभागों को चाहिए, जिलाधिकारी इसे उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। बता दें कि हाल के दिनों में अतिवृष्टि से बड़ी संख्या में सड़कें बाधित होने से जनता को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
मुख्यमंत्री ने इसे देखते हुए आपदा प्रबंधन सचिव को बंद पड़े मार्ग खुलवाने के लिए व्यापक रणनीति बनाने को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने यह भी साफ किया था कि मार्गों को खोलने के मामले में किसी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। उनकी इस सख्ती का असर ही है कि चार दिन में 307 सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया गया।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार 14 सितंबर को प्रदेश में बंद सड़कों की संख्या 481 थी, जो अब घटकर 174 पर आ गई है। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश भी दिए हैं कि जिन मार्गों को खोलने में समय लग सकता है, उसकी कारण सहित विस्तृत रिपोर्ट आपदा प्रबंधन सचिव को भेजी जाए।