उत्तराखंड में मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसे लेकर बुधवार को भी तस्वीर साफ नहीं हो पाई। दिल्ली में मौजूद रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा लौट गए, जबकि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक गुरुवार सुबह हरिद्वार पहुंचेंगे।
इस बीच बुधवार को दिल्ली में राज्य के सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यद्यपि, इसे शिष्टाचार भेंट बताया गया, लेकिन माना जा रहा है इस दौरान राज्य के वर्तमान घटनाक्रम पर भी चर्चा हुई।
वहीं, मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा में हो रहे विलंब से दावेदार भी अपनी संभावनाओं को लेकर प्रयासों में जुटे हैं। इस परिदृश्य के बीच जैसी परिस्थितियां हैं, वे इस तरफ इशारा कर रही हैं कि राज्य में भाजपा विधायक दल के नेता के संबंध में होली के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
समझा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश से एक दिन पहले या एक दिन बाद उत्तराखंड में शपथ ग्रहण हो सकता है।
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दो-तिहाई बहुमत हासिल किया, लेकिन चुनाव में उसका चेहरा रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट गंवा बैठे। ऐसे में भाजपा नेतृत्व के सामने सरकार के नए मुखिया को लेकर बढ़ी उलझन अभी तक सुलझ नहीं पाई है।
बीते दिवस केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर दिल्ली गए कार्यवाहक मुख्यमंत्री धामी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक व प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार की भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा व राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष के साथ लंबी बैठक हुई। बाद में प्रदेश चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के साथ भी इनकी बैठक हुई।
शाम को गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी से धामी ने भेंट की। तब यह बात सामने आई थी कि बैठकों में कुछ सहमति बनी है। बुधवार तक मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अंतिम निर्णय हो जाएगा, लेकिन इसे लेकर धुंधलका छंट नहीं पाया।
बुधवार को धामी, कौशिक की किसी भी राष्ट्रीय नेता से मुलाकात नहीं हुई। धामी खटीमा लौट गए। कौशिक गुरुवार को वापस लौट रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर हो रहे विलंब से राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाओं को बल मिल रहा है।
इस बीच तमाम दावेदार भी अपनी-अपनी संभावनाओं को लेकर प्रयास कर रहे हैं। यद्यपि, वे इस बारे में सार्वजनिक रूप से कुछ भी कहने से बच रहे हैं। इनमें अधिकांश ऐसे हैं, जो मुख्यमंत्री पद की दौड़ के बहाने सरकार में मंत्री पद पक्का करने की कोशिश कर रहे हैं।
बुधवार को दिल्ली में राज्य के भाजपा सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें राज्य में भाजपा को दो-तिहाई बहुमत मिलने के साथ ही होली की
शुभकामनाएं दीं।
उनसे मुलाकात करने वाले सांसदों में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री डा रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा के अलावा माला राज्यलक्ष्मी शाह और राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल शामिल थे। केंद्रीय राज्यमंत्री भट्ट ने बताया कि यह शिष्टाचार मुलाकात थी।
पहले यह कार्यक्रम मंगलवार को था, लेकिन तब गृह मंत्री का समय नहीं मिल पाया था। उन्होंने बताया कि बातचीत में केवल शुभकामनाएं दी गईं। इससे पहले राज्य के सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी भेंट कर चुके हैं। यद्यपि, इन्हें शिष्टाचार भेंट कहा गया, लेकिन राजनीतिक गलियारों में मुलाकातों के राजनीतिक निहितार्थ भी निकाले जा रहे हैं।