मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में जो किया, वह निश्चित रूप से उसकी तुष्टिकरण की नीति का हिस्सा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस स्वयं के सनातनी होने का ढोंग कर रही है। जय बजरंगबली बोलने वालों की तुलना आतंकवादियों से कर कर्नाटक में जो माहौल बना है, उसे लेकर ही यह सब किया जा रहा है। कांग्रेस को अपनी बुद्धि-शुद्धि के लिए प्रार्थना करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि यह कांग्रेस की वर्ग विशेष का वोट लेने की रणनीति थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अब वे लोग भी मंदिर जाने को बाध्य हो रहे हैं, जो मंदिर नहीं जाते थे। कोई गंगा में जाने को बाध्य हो रहा है, कोई धार्मिक स्थानों की बात कर रहा है। कांग्रेस को केवल और केवल दिखावे के लिए प्रधानमंत्री मोदी के कारण हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस के बुद्धि-शुद्धि यज्ञ पर पलटवार करते हुए कहा कि असल में कांग्रेस अब सनातन का चोला पहनने की कोशिश में है और बजरंगबली का पूजन-पाठ कर रही है। उसने बजरंग बली के पाठ के लिए भी जुम्मे का दिन निर्धारित किया। उन्होंने कहा कि भगवान राम को अदालत में काल्पनिक पात्र बताने वाली कांग्रेस अब राम मंदिर निर्माण में भी श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। देश जानता है कि राम भक्त देश भर में मंदिर निर्माण के लिए ईंट-गारे ढूंढते रहे और कांग्रेस ने अवरोध के लिए कोर्ट में वकीलों की फौज खड़ी कर दी।
भट्ट ने आरोप लगाया कि लंबे समय तक तुष्टिकरण की राजनीति करती रही कांग्रेस को वोट बैंक की चिंता रही है और जनता के ठुकराने के बाद अब पश्चाताप के बजाय नई नौटंकी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रवादी दल है और उसके लिए देश हित से बढ़कर कुछ नही है। भट्ट ने कहा कि कांग्रेस के निशाने पर पहले से ही राष्ट्रवादी संगठन रहे है, जबकि वह देशद्रोहियों की वकालत करती रही है। बजरंग दल एक राष्ट्रवादी संगठन है और उस पर प्रतिबंध की वकालत कर वह अपनी सोच को साबित कर रही है। दूसरी ओर वह पीएफआइ जैसे देशद्रोही संगठन को संरक्षण देने की बात कर रही है।