राजस्थान पुलिस ने उत्तराखंड के सीएम का निजी सचिव बताकर ठगी करने वाले आरोपित सौरभ वत्स को देहरादून से गिरफ्तार किया है। सौरभ ने भीलवाड़ा के कपड़ा व्यापारी और स्थानीय नगर परिषद के उपसभापति रामनाथ योगी से एक करोड़ 17 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। उसने खुद को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का निजी सचिव बताकर सरकारी स्कूलों में बच्चों को यूनिफार्म (ड्रेस) की आपूर्ति का काम दिलवाने के नाम पर व्यापारी से ठगी की थी।
पहले भी कर चुका है ठगी
पुलिस ने भीलवाड़ा लाकर सौरभ से पूछताछ की तो सामने आया कि इससे पहले वह दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में ठगी कर चुका है। उसके खिलाफ पहले भी ठगी के कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज है। भीलवाड़ा पुलिस ने सौरभ को जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में सामने आया कि सौरभ ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को अपनी टीम में शामिल कर रखा है। ये लोग सौरभ के लिए व्यापारी तलाश कर लाते थे। जिसके बदले सौरभ उन्हें पैसा देता था। प्रताप नगर पुलिस थाने के सहायक सब इंस्पेक्टर साबिर मोहम्मद ने बताया कि छह महीने पहले सौरभ ने योगी से उत्तराखंड के स्कूलों में ड्रेस की आपूर्ति करने का काम दिलवाने के बहाने ठगी की थी।
सौरभ ने खुद को उत्तराखंड के सीएम का निजी सचिव बताया था। योगी को जब काम नहीं मिला तो उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। इस पर जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत सिंह ने एक टीम गठित की। टीम ने जांच के बाद सौरभ को देहरादून से गिरफ्तार किया और शनिवार को भीलवाड़ा जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है।