मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभाजन विभीषिका का दंश झेलकर भारत आए लोगों व उनके आश्रितों को सम्मानित किया। कहा कि देश के बंटवारे के समय प्राण गंवाने वाले लाखों लोगों को मैं नमन करता हूं। धामी ने रुद्रपुर में बंगाली समुदाय के लोगों के लिए विशेष सामुदायिक हाल के निर्माण की घोषणा भी की।
सीएम धामी सोमवार को काशीपुर हाईवे स्थित बैंक्वेट हाल में आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आयोजित हिंदू बंगाली समाज समारोह में शामिल हुए। कहा कि 14 अगस्त की रात में भारत के दो टुकड़े कर दिए गए। मजहब के नाम पर बंटवारा कर दिया गया था। लाखों लोग इधर से उधर हो गए। परिवार अलग हो गए। उस समय का कितना भयानक मंजर था। उन्होंने कहा कि विभाजन विभीषिका में मारे गए लोगों को नमन करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2021 में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का ऐलान किया।
हर भाषा में पढ़ने की व्यवस्था की घोषणा
सीएम ने रुद्रपुर में बंग भवन बनाने नई शिक्षा नीति के तहत हर भाषा में पढ़ने की व्यवस्था करने की घोषणा की। प्रदेश व केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि इस साल प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होगा। प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कमेटी गठित की गई है।
आत्मा की शांति के लिए किया गया हवन यज्ञ
इससे पूर्व विभाजन विभीषिका में बलिदान हुए लोगों की आत्मा का शांति के लिए श्रद्धांजलि हवन यज्ञ किया गया। इस मौके पर केंद्रीय जहाजरानी एवं जलमार्ग राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर, केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, गणेश जोशी, संयोजक व रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा आदि मौजूद थे।
विभीषिका का दंश झेल चुके एक हजार लोगों को किया सम्मानित
14 अगस्त 1947 का वह काला दिन किसी भयावह मंजर से कम न था। चारों ओर शव पड़े थे। चीख-पुकार, भागते लोग, मानों त्राहि मची हो। विभाजन विभीषिका का दंश झेल कर भारत आए लोगों ने भी इसी खौफनाक मंजर के बीच से गुजरने की आपबीती सुनाई। कार्यक्रम के दौरान करीब एक हजार लोगों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सम्मानित कर उनके हौसले को सराहा।
केंद्रीय मंत्री ने बंगाली समाज से किया आह्वान
केंद्रीय जहाजरानी एवं जलमार्ग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर ने कहा कि बांग्लादेश बनने के बाद जो लोग यहां आए थे, उनके पास कोई चारा नहीं था। रातों रात आदेश जारी कर दिया कि जो जहां चाहे जाएं। ऐसे में उन्होंने भारत में शरण ली। हमारे संविधान को कई बार बदला है, लेकिन समाधान किसी ने ढूंढा तो पीएम नरेन्द्र मोदी ने ढूंढा और सीएए ले आए। डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नहीं होते तो बंगाल भारत में नहीं होता। उन्होंने बंगाली समाज को एकजुट होने को कहा।
अजय भट्ट भी बोले
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि बांग्ला भाषा ज्ञान, पूर्वी पाकिस्तान शब्द हटाने की मांग उठाई गई थी। पूर्वी पाकिस्तान शब्द भाजपा सरकार ने हटाया। कार्यक्रम के संयोजक व विधायक शिव अरोरा ने बंग भवन की स्थापना, बांग्ला भाषा लागू करने व नमोशूद्र को एससी का दर्जा दिलाने की मांग की।