उत्तराखंड अपनी सभ्यता और संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहां के खाने से लेकर यहां के परिधान पूरे देश में अपना एक अलग ही स्थान रखते हैं। अब स्वतंत्रता दिवस के इस खास मौके पर एक बार फिर से उत्तराखंड की अनूठी संस्कृति की झलक लाल किले पर देखने को मिली।
देश दुनिया में अपनी अनूठी संस्कृति के लिए विख्यात जौनसार बावर की पौराणिक वेशभूषा स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के लाल किले पर आकर्षण का केंद्र बनी। वहां मौजूद व्यक्तियों ने जौनसार बावर के महिला पुरुषों के समूह के साथ सेल्फी ली। उत्तराखंड सरकार ने जौनसार बावर जनजातीय कल्याण समिति दिल्ली के लगभग 50 महिलाएं और पुरुषों का समूह स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले पर भेजा था।
जौनसार बावर की वेशभूषा ने खींचा सबका ध्यान
उत्तराखंड भवन से सभी एक साथ रवाना हुए। जैसे ही जौनसारी वेशभूषा घाघरा, जगा, डांटू में महिलाओं का दल लाल किले पर पहुंचा। वहां पर उपस्थित लोगों का ध्यान जौनसार बावर की वेशभूषा में पहुंचे समूह पर गया। समूह के साथ सेल्फी खींचने वालों का तांता लग गया। जौनसार बावर से 50 महिलाओं और 50 पुरुषों का एक समूह लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण तक मौजूद रहा।
खुशी से झूम उठे ग्रामीण
जौनसार बावर की वेशभूषा में लाल किले पर पहुंची महिलाओं व पुरुषों को जब ग्रामीणों ने टीवी पर देखा तो क्षेत्र में खुशी का माहौल देखा गया। क्षेत्रीय ग्रामीणों का कहना है कि गांवों में अपने पर्व पर पहनी जाने वाली वेशभूषा का आकर्षण दिल्ली के लाल किले तक भी पहुंचना गर्व की बात है।
गर्व से ऊंचा हुआ सिर
इस मौके पर दीवान सिंह बिष्ट, सुरेंद्र सिंह चौहान, प्रमिला तोमर, सुनीता, संजना, सुमन चौहान, कांता, पूनम, राम सिंह तोमर, अतर सिंह राणा, सुल्तान सिंह चौहान,खजान दत्त शर्मा आदि मौजूद रहे। लोगों के लिए ये गर्व की बात है कि उनकी संस्कृति आज राजधानी में लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी।