प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने जन्मदिन पर देश के पिछड़े वर्गों को एक और उपहार देने जा रहे हैं। आज वे विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करेंगे। केंद्र सरकार का यह दांव विपक्ष के उस सबसे मजबूत चुनावी हथियार का कारगर जवाब हो सकता है जो उसने जातिगत जनगणना के मुद्दे के सहारे चलने की कोशिश की है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया है कि इस योजना से देश की 18 अति पिछड़ी जातियों के 30 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। लेकिन अप्रत्यक्ष तरीके से यह योजना अति पिछड़ी जातियों के उन करोड़ों लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाला साबित हो सकती है जिनके लिए अपना पारंपरिक स्वरोजगार परिवार को चलाने का सबसे बड़ा माध्यम रहा है।