नीति-माणा हो या धारचूला, गुंजी का दूरस्थ और दुर्गम सीमांत क्षेत्र अथवा देहरादून, हरिद्वार या ऊधमसिंह नगर जैसे मैदानी व सुगम क्षेत्र हो, हर कहीं कांग्रेस के कार्यकर्ता में उत्साह और उमंग भरने की बात हो तो प्रदेश संगठन से लेकर पार्टी के तमाम बड़े नेताओं की आस बरबस ही गांधी परिवार पर टिक जाती हैं। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की उपस्थिति कार्यकर्ताओं का मनोबल तो बढ़ाती ही है, गुटीय खींचतान को दरकिनार कर उन्हें लामबंद करने में भी बड़ी भूमिका निभाती है। यही कारण है कि लोकसभा के चुनावी समर के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी और पार्टी क्षत्रपों की नजरें राहुल और प्रियंका की चुनावी रैलियों पर टिकी हुई है।
गढ़वाल और कुमाऊं को है राहुल-प्रियंका का इंतजार
प्रयास ये किया जा रहा है कि गढ़वाल और कुमाऊं, दोनों मंडलों में न्यूनतम एक-एक रैली दोनों नेताओं की तय हो जाए। केंद्र में बनने वाली सरकार के लिए होने जा रहे इस चुनाव में लोकसभा क्षेत्रवार ऐसे स्टार प्रचारकों की मांग प्रत्याशी और संगठन की ओर से की गई है, जो सामाजिक समीकरण और कैडर वोट बैंक को मजबूती देने की दृष्टि से भी अनुकूल हो।
कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में झोंकी शक्ति
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जिन प्रदेशों में चुनाव होने हैं, उनमें उत्तराखंड भी है। 19 अप्रैल को यहां मतदान होना है। नामांकन समाप्त होने के बाद कांग्रेस के प्रत्याशी और संगठन ने चुनाव प्रचार में शक्ति झोंक दी है। दोनों को ही केंद्रीय नेतृत्व की ओर से जारी होने वाली स्टार प्रचारकों की सूची की प्रतीक्षा है। प्रदेश संगठन की ओर से भेजी गई स्टार प्रचारकों की सूची में सबसे अधिक बल सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर दिया गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे की सभाएं चाहते हैं प्रत्याशी
पार्टी का प्रत्येक प्रत्याशी दोनों नेताओं के कार्यक्रम अपने-अपने क्षेत्रों में चाहते हैं। माना जा रहा है कि दोनों मंडलों में राहुल और प्रियंका की एक-एक रैली शीघ्र तय हो सकती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी सभी प्रत्याशी बतौर स्टार प्रचारक अपने-अपने क्षेत्रों में चाहते हैं। खरगे राष्ट्रीय स्तर पर अनुसूचित जाति के बड़े और नामचीन चेहरे हैं। सामाजिक समीकरणों में हर संसदीय सीट पर अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या अच्छी-खासी है।
सचिन पायलट और इमरान प्रतापगढ़ी के तय हो सकते हैं कार्यक्रम
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की मांग भी बतौर स्टार प्रचारक की गई है। युवाओं के साथ ही गुर्जर मतदाताओं की दृष्टिगत सचिन और जाट मतदाताओं को देखते हुए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की चुनावी सभाएं तय हो सकती हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं का बड़ा समर्थन उसे मिलेगा। हरिद्वार और नैनीताल-ऊधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी-खासी है। इसे ध्यान में रखकर इमरान प्रतापगढ़ी समेत अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं की चुनावी सभाओं की मांग की गई है।
प्रचार में दिखेंगे ये दिग्गज चेहरे
पार्टी के केंद्रीय नेताओं के साथ प्रदेश के नेताओं की भी स्टार प्रचारक के रूप में बड़ी भूमिका रहेगी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार करते दिखाई देंगे।
जल्द ही जारी होगी स्टार प्रचारकों की लिस्ट
‘कांग्रेस की ओर से स्टार प्रचारकों की सूची शीघ्र जारी होगी। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की चुनावी सभाओं के कार्यक्रम शीघ्र तय होने की उम्मीद है। कार्यकर्ता उत्साह के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हैं। स्टार प्रचारकों के आने से उनका मनोबल और बढ़ेगा। ’ -मथुरा दत्त जोशी, उपाध्यक्ष संगठन, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी।