सिडकुल क्षेत्र से चार दिन पहले अपहृत हुए छह साल के बालक को पुलिस ने बरामद करते हुए पतंजलि की एक महिलाकर्मी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। छानबीन में पता चला है कि महिला को एक बेटे की चाहत थी, उसने एक लाख रुपये में सौदा तय कर आरोपियों से बच्चा खरीदा था। तीनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। प्रेस कांफ्रेंस में बालक के अपहरण व खरीद-फरोख्त की घटना का पर्दाफाश करते हुए एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल की शुभम विहार कालोनी से नौ सितंबर को सुभाष प्रजापति का छह साल का बेटा घर के बाहर खेलने के दौरान गायब हो गया था। अज्ञात अपहरणकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन की गई।
सीसीटीवी फुटेज में मिला था सुराग
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालते अपहरणकर्ताओं का हुलिया पता किया गया। अहम सुराग मिलने पर थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर रविंद्र निवासी ग्राम बामनोली दोघट जिला बागपत उत्तर प्रदेश और जनक सिंह निवासी ग्राम नगवा थाना बुढ़ाना जिला मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर शगुन निवासी मेरठ उत्तर प्रदेश हाल निवासी ग्रीन सिटी सिडकुल के घर से अपहृत बालक को बरामद कर लिया।
चाऊमीन खिलाने के बहाने बालक का अपहरण
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि पतंजलि में काम करने वाली शगुन को 2007 में एक बेटी हुई थी। उसके बाद कोई संतान नहीं हुई, जबकि शगुन एक बेटा चाहती थी। औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरी करने वाले रविंद्र से संपर्क होने पर उसने अपने साथी जनक को प्लान बताया और लालच में आकर दोनों ने चाऊमीन खिलाने के बहाने बालक का अपहरण कर शगुन के हवाले कर दिया।
30 हजार रुपये एडवांस दिए
एसएसपी ने बताया कि शगुन ने 30 हजार रुपये एडवांस दिए थे। बाकी रकम तीन-चार दिन में देने की बात तय हुई थी। एडवांस ली गई रकम में से 20 हजार की नकदी भी बरामद की गई है। आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। इस दौरान एसपी क्राइम रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, सीओ सदर स्वप्निल मुयाल मौजूद रहे।