इन दिनों उत्तराखंड में लव जिहाद के कई मामले सामने आए हैं, लेकिन उसमें भी उत्तरकाशी के पुरोला में विगत दिनों में सामने आए नाबालिग के फरार होने के मामला सबसे ज्यादा चर्चा में है। वहां प्रदर्शनों का दौर जारी है। इतना ही नहीं एक-एक कर मुस्लिम व्यापारी शहर छोड़कर जा रहे हैं। इसे देखते हुए अब उत्तराखंड सरकार भी सक्रिय हो गई है।
उच्च स्तरीय बैठक में दिए गए ये निर्देश:
अब मुख्मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि हमने लव जिहाद के मामलों की सख्त जांच और कार्रवाई की मांग की है। इसे लेकर मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार यानी आज डीजीपी और अन्य अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक बुलाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लव जिहाद और कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस और गृह विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को लव जिहाद और धर्म परिवर्तन के नाम पर साफ्ट टारगेट नहीं बनने दिया जाएगा। सरकार इस पर सख्ती से काम कर रही है।
कहा कि अब यहां बाहर से आने वालों को सख्त जांच से होकर गुजरना होगा। साथ ही वृहद पुलिस वेरिफिकेशन ड्राइव भी चलाई जा रही है। पुलिस को कहा गया है कि बाहर से आकर यहां रहने वालों का पूरा इतिहास खंगाला जाए।
पहले प्रदेश में सुनियोजित तरीके से सोची समझी साजिश के तहत कुछ लोग आगे बढ़ रहे थे। प्रदेश में जब से धर्म परिवर्तन पर सख्त कानून लागू हुआ है तब से लोग जागरुक भी हुए हैं। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। अब जो भी इस प्रकार के मामले सामने आएंगे उन में किसी भी प्रकार की ढील नहीं दी जाएगी।
पहचान छिपाकर नवाब ने सगी बहनों को फंसाया प्रेमजाल में:
वहीं अभी नाबालिग के फरार होने का मामला शांत ही नहीं हुआ था कि पुरोला के मोरी थाना क्षेत्र में आराकोट में लव जिहाद का एक और मामला आया है। आरोपित युवक नवाब ने अपने को हिंदू और नाम गुड्डू बताकर नेपाल मूल की दो नाबालिग लड़कियों (सगी बहनों) को अपने प्रेम जाल में फंसाया। जिन्हें वह गुरुवार को भगा ले जा रहा था।
स्वजन व ग्रामीणों ने उन्हें मोल्डी के पास पकड़ लिया। परंतु आरोपित युवक भाग निकला। स्वजन ने दोनों नाबालिग लड़कियों को बरामद किया। मोरी थाने की आराकोट पुलिस चौकी में आरोपित युवक के विरुद्ध अपहरण और पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।