मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) की अध्यक्षता में उत्तराखण्ड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड (यूआईआईडीबी) की पहली बैठक में बोर्ड व कार्यसमिति की संरचना के साथ ही 10 करोड़ के कॉर्पस फंड के गठन को स्वीकृति दी गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए त्रियुगीनारायण के अतिरिक्त भी कई और सुरम्य स्थल हैं।
बैठक में सीएम धानी ने ये कहा
प्रधानमंत्री के निर्देशों के अनुरूप इन स्थलों को विकसित करने की दिशा में तेजी से कार्य किया जाए। सचिवालय में मंगलवार को यूआईआईडीबी की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़ी परियोजनाओं की पहचान कर उनका प्राथमिकता के साथ क्रियान्वयन होना चाहिए। हवाई अड्डों के विकास एवं विस्तार, दूरसंचार अवसंरचना, मेडिकल कालेजों के विकास, नई टाउनशिप-आवास,औद्योगिक लॉजिस्टिक गलियारे, पर्यटन संबंधी बुनियादी ढांचे के क्षेत्र की परियोजनाओं के विकास के लिए अत्यधिक पूंजी निवेश की आवश्यकता है।
कार्ययोजना के साथ काम करने के दिए निर्देश
राज्य के सीमित वित्तीय संसाधन देखते हुए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पूंजी निवेशकों को आकर्षित करना होगा। इसके लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) परियोजनाओं के प्रोत्साहन पर विशेष ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूआईआईडीबी का गठन प्रदेश में आधारभूत ढांचे के विकास को तेजी से आगे बढ़ाने और पीपीपी परियोजनाओं को विकसित करने के लिए किया गया है। इस उद्देश्य की पूर्ति और धरातल पर परिणाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना के साथ कार्य करने के निर्देश उन्होंने दिए।
अच्छे विशेषज्ञ होंगे नामित
उन्होंने कहा कि बोर्ड की संरचना तथा कार्यकारी समिति से संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों सहित अच्छे विषय विशेषज्ञों को भी नामित किया जाए। यदि बोर्ड से अच्छे और अनुभवी विशेषज्ञ जुड़ेंगे तो कार्यों का संचालन भी बेहतर ढंग से हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिन योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाना है, उनकी प्राथमिकता तय कर समयबद्धता के साथ पूरा करने के प्रयास होने चाहिए। उन्होंने हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर, शारदा कॉरिडोर के साथ वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए प्रदेश के विभिन्न स्थलों के चयन को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
ये लोग रहे उपस्थित
उन्होंने वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए वेडिंग प्लानर की सेवा लेने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में दो नई टाउनशिप के प्रस्तावों पर भी शीघ्र कार्यवाही पर बल दिया। साथ में बिहारीगढ़ के आसपास के क्षेत्रों के विकास के साथ रेसकोर्स, यमुना कॉलोनी, एचएमटी रानीबाग के पुनर्विकास की योजनाओं पर भी ध्यान देने को कहा। बैठक में मुख्य सचिव डॉ एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, नियोजन सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव विनय शंकर पांडे उपस्थित रहे।