सीएम धामी ने कहा कि जिन स्थानों पर प्रभावितों को विस्थापित किया जाएगा, उनको सरकार द्वारा हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों को निर्देश दिए कि जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र से जो लोग विस्थापित होंगे, उनको स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विस्तृत योजना बनाई जाए। विस्थापितों की आजीविका प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इसके लिए अभी से योजना बनाकर आगे कार्य करें।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को सचिवालय में जोशीमठ में भू-स्खलन प्रभावित क्षेत्र में चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर प्रभावितों को विस्थापित किया जाएगा, उनको सरकार द्वारा हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से उन छात्रों की पढ़ाई के संबंध में जानकारी ली, जिनकी इस वर्ष बोर्ड की परीक्षाएं हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई एवं परीक्षा देने में किसी भी प्रकार से परेशानी न हो। इसके लिए भी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा एवं एसएन पाण्डेय उपस्थित थे।
शीतलहर बचाव के लिए हीटर व अलाव की व्यवस्था हो:
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्र से अन्यत्र शिफ्ट किए गए सभी परिवारों को शीतलहर से बचाव के लिए हीटर एवं अलाव की पूरी व्यवस्था की जाए।
डीएम पुनर्वास व राहत खर्च का गहनता से आकलन करें:
मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिये कि जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र के लोगों को पुनर्वास एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए कितनी धनराशि की आवश्यकता होगी, इसका गहनता से आंकलन किया जाए। जिलाधिकारी चमोली से लगातार समन्वय रखकर एवं स्थानीय लोगों के सुझावों के आधार पर सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर आंकलन किया जाए।
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