अंकिता हत्याकांड के बाद उपजे आक्रोश और भर्ती प्रकरणों की आंच के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली दौरे से राजनीतिक गलियारों में हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से मुलाकात की।
अंकिता हत्याकांड व भर्ती प्रकरणों पर उठाए गए कदमों की जानकारी दी
समझा जा रहा है कि लगभग 40 मिनट की मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने अंकिता हत्याकांड व भर्ती प्रकरणों को लेकर सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख एवं उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी से भी अलग-अलग भेंट की।
इस दौरान भी राज्य के घटनाक्रमों को लेकर चर्चा हुई। उधर, मुख्यमंत्री धामी की इन मुलाकातों को मंत्रिमंडल में फेरबदल और कुछ मंत्रियों के विभाग बदलने से भी जोड़कर देखा जा रहा है। चर्चा है कि दिल्ली से लौटने के बाद इस बारे में मुख्यमंत्री निर्णय ले सकते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी दिल्ली रवाना:
मुख्यमंत्री धामी मंगलवार को दोपहर बाद अचानक दिल्ली रवाना हो गए थे। बताया गया कि उनकी केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात का पहले से ही कार्यक्रम तय है। राजनीतिक सरगर्मी तब अचानक बढ़ गई, जब विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी दिल्ली रवाना हो गए।
यही नहीं, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज व डा धन सिंह रावत भी दिल्ली में ही मौजूद थे। इसके बाद तो राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। तीनों के दिल्ली दौरे से मंत्रिमंडल विस्तार और मंत्रिमंडल में शामिल कुछ मंत्रियों को हटाए जाने की अटकलों ने जोर पकड़ लिया।
मुख्यमंत्री ने बीते दिवस दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री से मुलाकात की थी। इसके बाद वह महाराष्ट्र सदन पहुंचे और वहां ठहरे महाराष्ट्र के राज्यपाल एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। बुधवार सुबह मुख्यमंत्री ने फिर से करीब दो घंटे तक कोश्यारी से विभिन्न विषयों पर मंथन किया गया।
फिर उन्होंने भाजपा के केंद्रीय कार्यालय जाकर पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से भेंट की। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने राज्य के हालिया घटनाक्रमों के बारे में उन्हें विस्तार से बताया। साथ ही सरकार की ओर से उठाए कदमों की जानकारी दी। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल विस्तार, कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल और दायित्व वितरण को लेकर चर्चा की।