उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल के सदस्यों को विभागों के बटवारे के लिए अभी इंतजार करना होगा। 29 मार्च से प्रस्तावित तीन दिनी विधानसभा सत्र के बाद मंत्रियों को विभागों का वितरण हो सकता है।
सत्र को देखते हुए सरकार ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को विधायी एवं संसदीय कार्य का जिम्मा सौंपा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 28 मार्च को गोवा में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
बटवारे को लेकर होमवर्क में जुटे:
मुख्यमंत्री धामी मंत्रियों को विभागों के बटवारे को लेकर होमवर्क में जुटे हैं। यह कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि इसमें अभी और समय लग सकता है। मुख्यमंत्री की लगातार व्यस्तता और विधानसभा सत्र के लिए की गई फौरी व्यवस्था से भी यही संकेत मिल रहे हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के उनके सहयोगियों के सामने राज्य में विकास कार्यों की गति तेज करने और अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल से मुलाकात में यह अपेक्षा कर भी चुके हैं। महत्वपूर्ण विभागों का वितरण मंत्रियों की क्षमता को आंकते हुए किया जा सकता है।
उधर, मंत्रियों को विभाग भले ही नहीं दिए गए, लेकिन विधानसभा सत्र के लिए मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री को विधायी व संसदीय कार्य मंत्री का दायित्व सौंपा है।
इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भेजकर जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री धामी का गोवा दौरा भी तय हो चुका है। धामी 28 मार्च को गोवा में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगे।
हारी 23 विधानसभा सीटों की 29 से समीक्षा करेगी भाजपा:
भाजपा ने विधानसभा की उन 23 सीटों की समीक्षा करने का निर्णय लिया है, जिनमें विधानसभा चुनाव में उसे हार का सामना करना पडा। यह समीक्षा 29 मार्च से शुरू होगी। इसके लिए पार्टी ने 13 पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है, जो एक अप्रैल को अपनी रिपोर्ट प्रांतीय मुख्यालय को सौंपेंगे।
प्रदेश में विधानसभा की 70 सीटें हैं, जिनमें से 47 जीतकर भाजपा ने दो-तिहाई बहुमत हासिल किया है। 23 सीटें ऐसी रहीं, जहां उसे सफलता नहीं मिल पाई। एक सीट पर तो भाजपा प्रत्याशी की जमानत भी नहीं बच पाई। पार्टी ने इस प्रदर्शन को गंभीरता से लिया है। यह देखा जा रहा है कि आखिर ऐसे क्या कारण रहे कि पार्टी को अपेक्षाकृत सफलता नहीं मिल पाई।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि विधानसभा की जिन सीटों के परिणाम आशानुरूप नहीं रहे, वहां पार्टी ने वरिष्ठ पदाधिकारियों को भेजकर समीक्षा करने का निर्णय लिया है। इन पदाधिकारियों को आवंटित विधानसभा क्षेत्रों में सामूहिक बैठक, टोली व चर्चा बैठक के आधार पर रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है।
इन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी:
पुष्कर काला (बदरीनाथ व प्रतापनगर), विनय रुहेला (यमुनोत्री व चकराता), सुरेश भट्ट (हरिद्वार ग्रामीण व लक्सर), कुलदीप कुमार (मंगलौर व ज्वालापुर), डा देवेंद्र भसीन, वीरेंद्र बिष्ट (पिरान कलियर व झबरेड़ा), अनिल गोयल (खानपुर व भगवानपुर), मयंक गुप्ता (जसपुर व बाजपुर), सुरेश जोशी (किच्छा व नानकमत्ता), बलवंत भौंर्याल (खटीमा व लोहाघाट), खिलेंद्र चौधरी (पिथौरागढ़ व धारचूला), बलराज पासी (द्वारहाट व अल्मोड़ा), केदार जोशी (हल्द्वानी)।